लंदन. अमेरिका की मॉडर्ना और रूस के सेचोनोव यूनिवर्सिटी के बाद अब ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी ने भी बढ़ते कोरोना मामलों के बिच एक खुश खबर दी है। ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी की Coronavirus Vaccine का पहला मानव परीक्षण सफल रहा है। इस वैक्सीन में वालंटियर्स में वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती पाई गई है। इसलिए ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों को 80 प्रतिशत विश्वास है कि, वे यह वैक्सीन सितंबर 2020 तक उपलब्ध कराएंगे।
बता दें कि, अभी तक इस परीक्षण के बारें में आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालांकि ऑक्सफ़ोर्ड ने किये परीक्षण पर दावा किया जा रहा है कि, जिन लोगों को यह वैक्सीन दी गई उनमें एंटीबाडी और वाइट ब्लड सेल्स विकसित होते हुए पाए गए है। जिससे वायरस का संक्रमण होने पर शरीर में प्रतिरोधक क्षमता के साथ तैयार हो सकते है। वहीं Coronavirus Vaccine का परीक्षण 15 वॉलंटियर्स पर किया गया था। लेकिन अब परीक्षण की क्षमता बढ़ाकर आने वाले हफ्तों में 200-300 वॉलंटियर्स पर इस वैक्सीन का परीक्षण किया जाने वाला है। ऑक्सफर्ड की वैक्सीन का उत्पादन AstraZeneca करेगी।
यदि यह परीक्षण बिना किसी नुकसान सफल रहा तो, Coronavirus Vaccine का परीक्षण हजारों की संख्या में बढ़ा दिए जाएंगे। बता दें कि इस वैक्सीन के परीक्षण में ब्रिटेन के 8 हजार, ब्राजील और दक्षिण अफ़्रीका के 6 हजार लोग शामिल है।
गैरतलब है कि, इससे पहले अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की corona virus Vaccine भी पहले परीक्षण में सफल हो गई थी। इस वैक्सीन का परीक्षण 45 स्वस्थ्य लोगों पर किया गया था। इनमे 18 से 55 उम्र के लोगो शामिल थे। अब मॉडर्ना कंपनी के वैज्ञानिक इस वैक्सीन के आख़री परीक्षण की तैयारी में लगे है। कंपनी के अनुसार, यह आख़री परीक्षण 27 जुलाई के आसपास शुरू किये जायेंगे।