सना: यमन (Yemen) की राजधानी सना (Sana) में बच्चों (Children) की हत्या (Murder) के एक मामले में सरेआम भयानक सजा (Punishment) दी गई। 3 आरोपियों (Accused) को चौराहे पर लाकर गोलियां बरसा दी गईं और उन्हें सबके सामने मौत के घाट उतार दिया गया। यही नहीं भीड़ के सामने दी गई मौत की सजा के बाद आरोपियों के शवों को क्रेन से लटका दिया गया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यमन की राजधानी सना में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने बच्चों की मौत के बदले आरोपियों को तालिबानी तरीके से मौत की सजा दी। इनमें अली अल नामी, अब्दुल्ला अल-मखली और मोहम्मद अरमान नाम के आरोपियों को नीले रंग की जेल की ड्रेस पहना कर सना में मौजूद तहरीर स्क्वायर में लाया गया। इस बीच सैकड़ों लोगों की भीड़ भी तहरीर स्क्वायर में मौजूद थी।
आरोपियों को अपने साथ लानेवाले सेना की ड्रेस पहने हूती लड़ाकों ने भीड़ के बीच जमीन पर लिटाकर इन आरोपियों पर एके-47 से गोलियां बरसा दीं। इसके बाद उनकी लाशों को क्रेन से हवा में लटका दिया गया। कुछ समय बाद तीनों शवों को वहां से हटा दिया गया।
इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन आरोपियों में एक शख्स शामिल था जिस पर अपने बच्चे की हत्या करने का आरोप था। वहीं दो आरोपियों पर एक लड़के के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या करने का आरोप था जिसके बदले उन्हें ये सजा दी गई। वैसे साल 2018 के बाद यमन की राजधानी सना में पहली बार किसी को सरेआम मौत दी गई है।