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    संयुक्त राष्ट्र: भ्रष्टाचार (Corruption) के मामलों में वांछित भगोड़े आरोपियों (Wanted Fugitive Accused) का पता लगाना और उन्हें पकड़ना भारत (India) के प्राथमिकता वाले क्षेत्र में शामिल है और भ्रष्टाचार रोधी कानून प्रवर्तन प्राधिकारियों का वैश्विक नेटवर्क ऐसे भगोड़ों का पता लगाने, उन्हें प्रत्यर्पित करने और सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने से इनकार करने में अहम भूमिका निभा सकता है। यह बात केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) (CBI) के उपमहानिरीक्षक (समन्वय) विजयेंद्र बीदरी (Vijayendra Bidari) ने गुरुवार को कही।

    उन्होंने कहा, ‘‘कुल मिलाकर, भ्रष्टाचार के मामलों में वांछित आरोपियों का पता लगाना और उन्हें पकड़ना हमारे प्राथमिकता वाले क्षेत्र है। हमारा मानना है कि ‘ग्लोब’ (GlobE) और अन्य नेटवर्क भ्रष्टाचार के मामले में वांछित आरोपियों का पता लगाने, उन्हें पकड़ने, प्रत्यर्पित करने और सुरक्षित पनाहगाह प्राप्त करने से रोकने में और अधिक भूमिका निभा सकते हैं।”

    बीदरी ने यह राय ‘भ्रष्टाचार निषेध के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग’ विषय पर आयोजित सत्र में कही। इस कार्यक्रम का आयोजन रूस ने संयुक्त राष्ट्र महासभा भ्रष्टाचार के खिलाफ (यूएनजीएएसएस)-2021 विशेष सत्र के इतर आयोजित किया था।