Court verdict in Pakistan, ban on TikTok lifted

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ह्यूस्टन: चीन के स्वामित्व वाले वीडियो साझा करने वाले ऐप टिकटॉक का अनिश्चित भविष्य और एक अमेरिकी कंपनी द्वारा उसकी संभावित खरीद से अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के डेटा तक पहुंच को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताएं घट सकती हैं। प्रौद्योगिकी क्षेत्र के एक विशेषज्ञ ने यह बात कही है।

वर्जीनिया टेक स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन में मल्टीमीडिया जर्नलिज्म के सह प्रध्यापक, माइक होर्निंग ने कहा कि टिकटॉक के विकास ने सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच चिंताएं बढ़ा दी हैं क्योंकि इसका अल्गोरिद्म बहुत शक्तिशाली है जो उपयोगकर्ताओं की विशेषताओं के आधार पर रूचि के अनुसार कंटेट तैयार करता है। उनकी इन टिप्पणियों से एक दिन पहले ही प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था कि उसके सीईओ सत्य नडेला और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई चर्चा के बाद वह टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को खरीदने के लिए बातचीत जारी रखेगी।

माइक्रोसॉफ्ट के रेडमॉन्ड मुख्यालय से जारी बयान उस वक्त आया था जब ट्रंप ने कहा था कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को लेकर अमेरिका में टिकटॉक को प्रतिबंधित करने के लिए शासकीय आदेश या आपात आर्थिक शक्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। होर्निंग ने कहा, “ऐप को लोकप्रियता इसलिए हासिल हुई कि क्योंकि यह एक शक्तिशाली अल्गोरिद्म का इस्तेमाल करता है जो उपयोगकर्ता की विशेषताओं के आधार पर उनके लिए उनकी पसंद का कंटेंट तैयार करता है। यह अल्गोरिद्म उपयोगकर्ताओं के बारे में ऐेसे परिष्कृत डेटा को एकत्र करता है जो सरकार एवं निगमों दोनों के लिए आकर्षक होता है।” उन्होंने कहा, “हालांकि, कंपनी इसे लेकर बहुत पारदर्शी नहीं थी कि वह आपका डेटा किसको बेचती है। उनके डेटा एकत्र करने के तरीके का आकलन दिखाता है कि निजी डेटा को सैकड़ों अन्य कंपनियों के साथ साझा किया जा सकता है।”

होर्निंग ने कहा कि क्योंकि यह ऐप चीन का है, इसके इसके डेटा साझा करने के तरीके चीनी कानून के प्रति संवेदनशील हैं जिनके तहत डेटा को चीनी अधिकारियों को उपलब्ध कराना जरूरी होता है। इससे सुरक्षा चिंताएं बढ़ती हैं। उन्होंने कहा कि इस ऐप को किसी अमेरिकी कंपनी द्वारा खरीदे जाने से ये चिंताएं घट जाएंगी कि अमेरिकी डेटा को किसी विदेशी शक्ति के साथ साझा किया जा रहा है जो हमेशा परस्पर हित में काम नहीं करती हैं। (एजेंसी)