वाशिंगटन: माइक्रो ब्लॉगिंग साइट (Micro Blogging Site) ट्विटर (Twitter) ने बृहस्पतिवार देर रात हैक (Hack) की गई सामग्री के नियमों में बदलाव करने की घोषणा की। उसने यह कदम गैर प्रमाणित राजनीतिक खबरों को लेकर हो रहे विरोध के मद्देनजर उठाया क्योंकि दक्षिणपंथी इसे सेंसरशिप करार दे रहे हैं।
कंपनी की विधि, नीति , विश्वास एवं सुरक्षा मामलों के प्रमुख विजया गड्डे ने ट्विटर पर कहा कि सोशल मीडिया कंपनी अब हैक की गई सामग्री को अब तब तक नहीं हटाएगी जबतक कि सीधे हैकरों या उनके साथ काम करने वालों द्वारा वह साझा नहीं की जाती। गड्डे ने कहा कि लिंक को साझा करने के विकल्प को बाधित करने के बजाय, ट्वीट पर लेबल लगाया जाएगा कि संदर्भ बताएं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम उन चिंताओं को दूर करना चाहते हैं जो पत्रकारों, भंडाफोड़ करने वालों और अन्य लोगों के लिए अनपेक्षित परिणाम हो सकते हैं, जो सार्वजनिक संवाद करने के ट्विटर के उद्देश्य के विपरीत है।”
उल्लेखनीय है कि ट्विटर और फेसबुक (Facebook) ने इस सप्ताह रिपब्लिकन पार्टी समर्थक न्यूयॉर्क पोस्ट की उस खबर के प्रसार को तुरंत बाधित कर दिया था जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) के बेटे के अप्रमाणित ई-मेल के हवाले से खबर छपी थी और जिसका पता कथित तौर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) के करीबी ने लगाया था। इस खबर को अन्य प्रकाशकों ने पुष्टि नहीं की।
ट्विटर ने शुरुआत में उपयोगकर्ता को लेख के लिंक को साझा करने पर रोक लगाई क्योंकि वह कंपनी की हैक की गई सामग्री नीति का उल्लंघन करती थी, लेकिन कइ घंटो बाद भी यह नहीं बताया कि यूजर्स क्यों लिंक साझा नहीं कर सकते हैं।