Corona cases increase again in Israel, wearing mask is mandatory again
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लंदन: ब्रिटेन कोरोना वायरस से संक्रमण का पता लगाने के लिए अस्पतालों, वृद्धाश्रम और प्रयोगशालाओं में दो नयी तरह की रैपिड जांच शुरू करेगा जिससे 90 मिनट में नतीजे आ जाएंगे। ब्रिटिश सरकार ने सोमवार को कहा कि इससे आने वाले महीनों में कोविड-19 और सर्दी जुकाम के बीच अंतर करने की क्षमता बढ़ेगी।

इनमें से एक जांच ‘90 मिनट लैमपोर स्वाब जांच की आपूर्ति ऑक्सफोर्ड नैनोपोर करेगी। उल्लेखनीय है कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की इस कंपनी की सह स्थापना भारतीय मूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गॉर्डन संघहेरा ने की है। उनका मानना है कि इससे सार्वभौमिक जांच सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटेन की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा बनकर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं और सर्दी में वायरस के होने वाले संक्रमण की तैयारियां कर रहे हैं। जब से हमने ऑक्सफोर्ड नैनोपोर की स्थापना की है तब से हमारा मिशन बेहतरीन प्रदर्शन वाली प्रौद्योगिकी विकसित करने की है जिसके इस्तेमाल से समाज पर सकारात्मक असर पड़े।

उन्होंने बताया कि ऑक्सफोर्ड नैनोपोर 4.50 लाख ‘90 मिनट लैमपोर किट’ बना रही है जो अगले हफ्ते से ब्रिटेन के अस्पतालों में उपलब्ध होगी। इस जांच के जरिये 60 से 90 मिनट में नाक के नमूने और लार का विश्लेषण कर पता लगाया जा सकेगा कि कोरोना वायरस का संक्रमण है या नहीं। ब्रिटेश के स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल विभाग (डीएचएससी) ने कहा कि नयी जांच उतनी ही प्रभावशाली एवं सटीक है जितनी मौजूदा समय में नाक के नमूनों की पीसीआर जांच। इसमें नमूनों का विश्लेषण स्थायी प्रयोगशाला के साथ-साथ नमूना एकत्र करने के स्थान पर स्थापित अस्थायी प्रयोगशाला में भी हो सकता है।

डीएचएससी ने बताया कि डेस्कटॉप ग्रिडआयन मशीन से रोजाना 15 हजार नमूनों और हथेली के आकार के मिनीआयन मशीन से रोजना दो हजार नमूनों की जांच नमूना एकत्र करने के स्थान पर स्थापित अस्थायी प्रयोगशाला में ही की जा सकती है। दूसरी रैपिड जांच में डीएनए का इस्तेमाल वायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है और इसकी शुरुआत सितंबर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) से सबद्ध अस्पतालों में 5000 डीएनए मशीनों के साथ की जाएगी जिसकी आपूर्ति डीएनएनज द्वारा की जाएगी और आने वाले महीनों में 58 लाख नमूनों की जांच की जा सकेगी।

डीएनए ‘नजबॉक्स से जांच के नतीजे 90 मिनट में आ जाएंगे और मशीन बिना प्रयोगशाला के 15 नमूनों की जांच रोजाना नमूना एकत्र करने के स्थान पर कर सकती है। डीएचएससी ने बताया कि दोनों जांच के जरिये कोविड-19 के साथ सर्दी के मौसम में फ्लू जैसे अन्य वायरस के संक्रमण आदि का पता लगाने में सक्षम होगी। इन दोनों तरीकों से जांच करने के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य पेशेवरों की जरूरत नहीं होगी। (एजेंसी)