लंदन: ब्रिटिश सरकार (British Government) को बीजिंग (Beijing) में 2022 के शीतकालीन ओलंपिक खेलों का राजनीतिक बहिष्कार करने का समर्थन करना चाहिए ताकि चीनी सरकार पर उत्तरपश्चिमी शिनजियांग प्रांत में उइगुर मुसलमानों (Uighur Muslims) तथा अन्य जातीय समूहों के ‘‘नरसंहार” को लेकर दबाव बनाया जा सकें।
सांसदों के एक प्रभावशाली समूह ने बृहस्पतिवार को यह बात कही। कंजर्वेटिव सांसद टॉम टगेंधाट के नेतृत्व वाली विदेश मामलों की समिति ने एक रिपोर्ट में कहा कि शिनजियांग में हो रहे ‘‘अत्याचार गहन तात्कालिकता के अंतरराष्ट्रीय संकट को दिखाते हैं जिससे किसी भी सभ्य सरकार के लिए इससे मुंह मोड़ना नितांत अनुचित है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव सरकार को ‘‘उत्तर पश्चिम चीन में उइगुर तथा अन्य मुस्लिम और जातीय तुर्की भाषा समूह से जुड़े अल्पसंख्यकों के खिलाफ बीजिंग की नीतियों को नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध घोषित करने के ब्रिटिश सांसदों के अप्रैल में लिए फैसले का समर्थन करना चाहिए तथा इसके लिए चीनी सरकार को जिम्मेदार ठहराना चाहिए।”
कई अन्य सिफारिशों के साथ ही ब्रिटिश सांसदों की समिति ने कहा कि सरकार को ओलंपिक खेलों में भाग नहीं लेना चाहिए जो फरवरी 2022 में होने हैं और ‘‘अन्य लोगों से भी ऐसा ना करने का अनुरोध करना चाहिए।”