Teacher shows 'inappropriate' cartoon of Prophet Mohammad to children in a UK school, controversy escalates

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    लंदन: ब्रिटिश सरकार (British Government) की नई योजना के तहत ब्रिटेन (Britain) के स्कूल (School), कॉलेज (College) और विश्वविद्यालय (University) शुक्रवार से भारत (India) सहित पूरी दुनिया में अपने विद्यार्थियों (Foreign Students) को पढ़ने एवं नौकरी के लिए भेजने के लिए 11.00 करोड़ पाउंड के सरकारी कोष से वित्तपोषण करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

    ब्रिटिश सरकार ने विद्यार्थियों के आदान-प्रदान की इस नई योजना का नाम ब्रिटिश गणितज्ञ एवं कूटबद्ध संदेशों को पढ़ने में महारत हासिल रखने वाले एलन टर्निंग के नाम पर रखा है और ब्रेक्जिट के उपरांत इसे महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है क्योंकि ब्रिटेन, यूरोपीय संघ सदस्यों के विद्यार्थियों पर केंद्रित आदान-प्रदान कार्यक्रम ‘एरासमस’ से अलग हट रहा है जिसका अभिप्राय है कि विदेश जाकर पढ़ने वाले विद्यार्थियों का दायरा बढ़ेगा। 

    ब्रिटेन के शिक्षा विभाग ने पुष्टि की है कि भारत, जो पहले ही ब्रिटेन में अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों का सबसे बड़ा स्रोत है, उन देशों की सूची में शीर्ष स्थान पर हो सकता है जिनसे ब्रिटेन के विश्वविद्यालय विद्यार्थी अदान-प्रदान कार्यक्रम के लिए करार करना चाहते हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘‘टर्निंग योजना वास्तव में वैश्विक कार्यक्रम है जिसमें दुनिया का प्रत्येक देश ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं स्कूलों से साझेदारी करने का अर्हता रखता है।”

    उल्लेखनीय है कि योजना के तहत सितंबर 2021 से 35 हजार विद्यार्थियों का वैश्विक स्तर पर आदान-प्रदान के लिए वित्त पोषण किया जएगा। यह आदान प्रदान विश्वविद्यालयों एवं स्कूलों में पढ़ने एवं उद्योगों में काम करने के लिए हो सकता है।