जिनेवा: भारत (India) को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) लगातार झूठे प्रोपेगेंडा करने में लगा रहता है, जिसके कारण उसे मुँह की भी खानी पड़ती है, लेकिन फिर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। सोमवार को एक बार फिर भारत में पाकिस्तान को लताड़ लगाई है। संयुक्त राष्ट्र (United Nation) में भारत का स्थायी मिशन (Permanent Mission of India) प्रथम सचिव पवनकुमार बाधे (First Secretary Pawankumar Badhe) ने हिन्दू अल्पसंख़्यको (Hindu Minority) पर हो रहे अत्याचारों और आतंकवाद (Terrorist) पर पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश किया।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद पर बोलते हुए बाधे ने कहा, “मैं अपने देश के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा इस अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए पाकिस्तान द्वारा इस परिषद के लगातार दुरुपयोग के जवाब में भारत के जवाब का अधिकार का उपयोग कर रहा हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “विभिन्न एसआर और सिविल सोसाइटी संगठनों द्वारा हाइलाइट किए जाने के बाद, इस परिषद को पाकिस्तान के घृणित मानवाधिकारों के रिकॉर्ड और उसके जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों के भेदभावपूर्ण उपचार पर तत्काल ध्यान देना चाहिए।”
As highlighted by various SRs and Civil Society Organizations, this Council must pay urgent attention to Pakistan’s deplorable human rights records and discriminatory treatment of its ethnic and religious minorities: First Secy, Permanent Mission of India to UN, at UNHRC
— ANI (@ANI) March 15, 2021
हज़ारों लोग बलूचिस्तान से हुए गायब
स्थाई सचिव ने कहा, “पीड़ित समूहों के अनुसार, 2000 के बाद से हज़ारों लोग बलूचिस्तान से गायब हो गए हैं। जिन व्यक्तियों के परिवार गायब हो गए हैं, उनकी आवाज़ सुनने के लिए संघर्ष जारी है। बलूचिस्तान अब ‘गायब हो गई भूमि’ के रूप में जाना जाने लगा है।”
मानवाधिकार उल्लंघन के जवाबदेह
पवन कुमार बाधे ने कहा, “यह उच्च समय है कि पाकिस्तान, जो आतंकवाद का निर्यात करता रहता है, को उसके राज्य प्रायोजित और उसके लोगों के मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के लिए जवाबदेह ठहराया जाता है।” उन्होंने कहा, “यह सही समय है जब एक फेल स्टेट पाकिस्तान उपदेश देना बंद करे और पाकिस्तान में लाखों पीड़ितों के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर ध्यान केंद्रित करें।”