वाशिंगटन: तिब्बत (Tibet) की निर्वासित सरकार के प्रमुख ने छह दशक में पहली बार व्हाइट हाउस (White House) का दौरा किया। केंद्रीय तिब्बत प्रशासन (Central Tibet Administration) (सीटीए) ने शनिवार को यह जानकारी दी। तिब्बत के इस कदम से चीन (China) और नाराज हो सकता है जिसने अमेरिका (America) पर अपने आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
सीटीए ने एक बयान में कहा कि डॉ लोबसांग सांगाय (Dr. Lobsang Sangay) ने शुक्रवार को अमेरिका के व्हाइट हाउस में प्रवेश किया जो एक ऐतिहासिक क्षण था। पिछले छह दशक में पहली बार सीटीए के प्रमुख को व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया गया है। सांगाय ने एक ट्वीट में किया, ‘‘व्हाइट हाउस में औपचारिक रूप से प्रवेश करने वाला केंद्रीय तिब्बत प्रशासन का पहला राजनीतिक प्रमुख बनना बड़े सम्मान की बात है।”
It is a great honor to be the first political head of the Central Tibetan Administration to formally enter the White House https://t.co/nbdVONjlmg
— Lobsang Sangay (@Drlobsangsangay) November 20, 2020
सीटीए का कार्यालय भारत के धर्मशाला (Dharamshala) में है। सीटीए ने कहा, ‘‘आज की यात्रा सीटीए की लोकतांत्रिक प्रणाली और उसके राजनीतिक प्रमुख दोनों को मान्यता देने वाली है। यह अभूतपूर्व बैठक संभवत: अमेरिकी अधिकारियों के साथ सीटीए की भागीदारी के लिहाज से आशावादी माहौल तैयार करेगी तथा आने वाले सालों में और अधिक औपचारिक होगी।” सीटीए के अध्यक्ष सांगाय को तिब्बत मामलों के लिए अमेरिका के नवनियुक्त विशेष समन्वयक से मुलाकात के लिए शुक्रवार को व्हाइट हाउस आमंत्रित किया गया था।