वॉशिंगटन. अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से एच-1बी वीजा तथा अन्य गैर आव्रजक वीजा पर लगाई गई अस्थाई रोक को हटाने की अपील की है। भारतीय अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘‘मैं इस अहम कार्य वीजा कार्यक्रम पर रोक वाले ट्रंप के गलत तथ्यों से प्रेरित आदेश से बेहद निराश हूं। मैं यह सुनिश्चत करने के लिए उनसे इस आदेश को पलटने का अनुरोध करता हूं कि हमारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और व्यापक अर्थव्यवस्था महामारी के अगले दौर से निपटने के लिए तैयार हो सके और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो सकें।” डेमोक्रेटिक पार्टी के सचेतक डिक डरबिन, सांसद बिल पास्क्रिल और रो खन्ना ने भी ट्रंप के इस कदम को गलत ठहराया है। सांसद डोना ई शलाला ने कहा कि ट्रंप अब अमेरिकी कारोबार पर हमला कर रहे हैं और अर्थव्यवस्था की बहाली खतरे में डाल रहे हैं।
I’m deeply disappointed by President Trump’s misguided order to suspend H-1B and other key work visa programs. I urge him to reverse this decision to help ensure our health care system and economy are ready to combat the next phase of this pandemic and to create the jobs we need. pic.twitter.com/tz5j81cKNf
— Congressman Raja Krishnamoorthi (@CongressmanRaja) June 22, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका इससे ज्यादा गरीब और कम प्रतियोगी बनेगा।” सांसदों के अलावा अनेक संगठनों ने ट्रंप के इस आदेश की निंदा की है। ‘अमेरिकी आव्रजन वकील संगठन’ (एआईएलए) ने कहा कि एच-1बी, एच-2बी, जे-1 और एल-1 वीजा पर रोक से नियोक्ताओं, परिवारों, विश्वविद्यालयों, अस्पतालों, समुदायों को नुकसान होगा और अमेरिका के आर्थिक सुधार में देरी होगी। एआईएलए की अध्यक्ष जेनिफर मिनेअर ने कहा, ‘‘हम सभी अब भी एक अभूतपूर्व वैश्विक स्वास्थ्य और आर्थिक संकट में हैं और हमें अमेरिकियों को स्वस्थ रखने और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उपलब्ध सभी साधनों और संसाधनों का उपयोग करने की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा,‘‘ दुनिया भर से प्रतिभाशाली लोगों को आकर्षित करने की क्षमता ने अमेरिका को हमेशा लाभ पहुंचाया है। राष्ट्रपति की यह घोषणा इस वास्तविकता को नजरअंदाज करती है और यह इस संकट से उबरने का प्रक्रिया को और अधिक कठिन और महंगी बना देगी।” ‘लूथेरन इमिग्रेशन एंड रिफ्यूजी सर्विस’ के अध्यक्ष और सीईओ कृष ओ मारा ने कहा, ‘‘यह आव्रजन को कम करने का एक और प्रयास हैं।”(एजेंसी)