जिनेवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer/BioNTech) के टीके (Vaccine) के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है और अब गरीब देशों को भी ये टीके उपलब्ध हो सकेंगे। अब तक ये टीके यूरोप और उत्तर अमेरिका में ही उपलब्ध थे।वहीं अगर सूत्रों की माने तो भारत (India) में आज ऑक्सफोर्ड (Oxford) की कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को भी मंजूरी मिल सकती है। आज इस बाबत अधिकारियों की एक मीटिंग होनी है।
The Pfizer/BioNTech #COVID19 vaccine requires to be stored at -60°C to -90°C, making it more challenging to be deployed in settings where ultra-cold chain equipment is not available. WHO supports countries in assessing their delivery plans & preparing for use where possible. pic.twitter.com/xPQbjMyTzY
— World Health Organization (WHO) (@WHO) December 31, 2020
देशों की औषध नियामक एजेंसी किसी भी कोविड-19 टीके के लिए अपनी ओर से मंजूरी देती हैं, लेकिन कमजोर प्रणाली वाले देश आमतौर पर इसके लिए डब्ल्यूएचओ पर निर्भर करते हैं। डब्ल्यूएचओ ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 के टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने के उसके फैसले से ‘‘देशों को अवसर मिलेगा कि वे टीके आयात करने तथा इन्हें लगाने संबंधी अपने नियामकों की मंजूरी प्रक्रिया को गति प्रदान कर सकें।”
उसने कहा कि फाइजर-बायोएनटेक द्वारा निर्मित टीका ‘‘संगठन द्वारा तय किए गए सुरक्षा मानकों एवं अन्य मापदंडों पर खरा उतरा है।” गौरतलब है कि इस टीके को अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ समेत अनेक देश मंजूरी दे चुके हैं। इस टीके को बहुत ही कम तापमान पर रखना होता है जो विकासशील देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है।