वाशिंगटन: अमेरिका (America) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में एक मस्जिद (Mosque) में नमाजियों पर हुए आत्मघाती हमले (Suicide Attack) की कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा है कि अफगान लोग “आतंक से मुक्त भविष्य” के हकदार हैं। इस हमले में 46 लोग मारे गए थे। इस्लामिक स्टेट (Islamic State) आतंकवादी संगठन ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है जो उत्तरी अफगानिस्तान के कुंदुज शहर में नमाजियों से भरी एक शिया मस्जिद (Shia Mosque) में किया गया था।
अफगानिस्तान के नये तालिबान शासकों, धार्मिक संस्थानों और देश की अल्पसंख्यक शिया मुस्लिमों के सदस्यों को निशाना बनाकर इस्लामिक स्टेट की तरफ से एक के बाद एक किए जा रहे हमलों में यह नया मामला है जिसमें कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। शुक्रवार को जारी बयान में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका उत्तरी अफगानिस्तान में एक मस्जिद में नमाजियों पर शुक्रवार को किए गए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है।
प्राइस ने कहा, “हम मृतकों और उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। अफगान लोग आतंक मुक्त भविष्य के हकदार हैं।” व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शुक्रवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जाहिर है, कोई भी नुकसान बड़ी त्रासदी है और हमारी संवेदना उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनों को खोया है।”
साकी ने कहा, “हम निश्चित रूप से क्षेत्र के नेताओं के साथ साझेदारी में काम करना जारी रखेंगे ताकि उन लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाल सकें जो हमारे पक्ष में खड़े हैं, जो वहां से निकलना चाहते हैं। यह कुछ ऐसा है कि यहां हम बात कर रहे हैं और वहां इस पर काम चल रहा है।”
इस्लामिक स्टेट के अफगानिस्तान संबद्ध जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासन (आईएसआईएस-के) कहा जाता है, ने 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से कई अफगान शहरों में हमले बढ़ा दिए हैं और उसने 26 अगस्त को काबुल हवाईअड्डे पर हुए घातक आत्मघाती हमले की भी जिम्मेददारी ली थी जिसमें करीब 170 अफगान और 13 अमेरिकी सैन्य कर्मी मारे गए थे।