नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते खतरे के बीच कनाडा (Canada) ने बुधवार को फ़ाइज़र निर्मित वैक्सीन (Pfizer Vaccine) को अपनी मंजूरी दे दी। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद अब कनाडा में वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा। इसी के साथ इसके बिक्री की भी शुरुआत होगी।
ज्ञात हो कि कनाडा के पहले ब्रिटेन और अमेरिका ने फ़ाइज़र वैक्सीन को अपनी मंजूरी दी थी. वहीं ब्रिटेन में वैक्सीनेशन का काम भी शुरू हो गया है।
95 प्रतिशत असरदार वैक्सीन
अमरीकी कंपनी फ़ाइज़र ने कोरोना वैक्सीन के निर्माण में लगी हुई है। पिछले दिनों कंपनी ने दावा किया था कि उसकी वैक्सीन कोरोना के खिलाफ 95 प्रतिशत असरदार साबित हुई है। फाइजर ने वैक्सीन का निर्माण जर्मन फार्म कंपनी बायोएनटेक के साथ मिलकर किया है।
अलग अलग देशों के लिए अलग अलग कीमत
कंपनी की वैक्सीन की कीमत को लेकर बड़ी घोषणा की है. जिसके तहत अलग-अलग देशों के लिए अलग-अलग कीमत तय की गई है. फाइजर इंक के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अल्बर्ट बोर्ला ने इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स एंड एसोसिएशंस (आईएफपीएमए) द्वारा मंगलवार को आयोजित वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वैक्सीन की कीमत के पीछे हमारा आधार यह है कि इसे जल्द से जल्द सभी को उपलब्ध कराया जाए।”
उन्होंने कहा कि इस टीके का भिन्न देशों में अलग-अलग दाम होगा। विकसित देशों में टीके की कीमत उनके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आधार पर तय की जाएगी। वहीं मध्यम आय वर्ग के देशों के लिए इसकी कीमत और कम होगी। वहीं निचली आय वाले देशों मसलन अफ्रीका को यह टीका बिना किसी लाभ के उपलब्ध कराया जाएगा।