जापान में फिर शुरू होंगे 40 साल से अधिक समय से बंद परमाणु संयंत्र

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    तोक्यो. मध्य जापान में 40 वर्ष से अधिक पुराने परमाणु संयंत्र का एक दशक बाद (Japanese Nuclear Reactor) फिर से संचालन किया जाएगा जब जापान कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मार्च 2011 के फुकुशिमा परमाणु (Fukushima Nuclear) हादसे के कारण बंद कर दिए गए इस संयंत्र में पहले एक घातक दुर्घटना हो चुकी है। कनसाई इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन ने कहा कि फुकुई प्रांत में मिहामा नंबर तीन परमाणु संयंत्र में मजदूरों द्वारा के भीतर से नियंत्रण छड़ (कंट्रोल रॉड) हटाने के बाद बुधवार से काम शुरू हो गया।

    रिएक्टर का संचालन 1976 में शुरू हुआ था और यह जापान (Japan) का सबसे पुराना संयंत्र है। यह कंसाई इलेक्ट्रिक द्वारा संचालित तीन रिएक्टरों में से एक है जिन्हें उनके शुरुआती 40 साल की सक्रियता से आगे काम करने के लिए विस्तार दिया गया है और यह तीनों में से पहला है जिसे फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में दुर्घटना के बाद फिर से संचालन शुरू करने की इजाजत दी गई है। इस हादसे के बाद जापान के सभी रिएक्टरों में सख्त मानक तय कर दिए गए थे और सुरक्षा जांच व्यापक पैमाने पर होने लगी थी।

    फुकुई और आसपास के इलाकों के कुछ निवासियों ने मिहामा नंबर तीन रिएक्टर के पुराने पड़ने की चिंताओं को लेकर ओसाका जिला न्यायालय में निषेधाज्ञा के लिए सोमवार को एक अनुरोध दायर किया। इस रिएक्टर में 2004 में एक हादसा हुआ था जिसमें इसकी टर्बाइन इमारत में एक फटे हुए पाइप से गरम पानी और भाप के रिसाव के चलते पांच मजदूरों की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे। कनसाई इलेक्ट्रिक अन्य दो पुराने हो चुके रिएक्टरों – ताकाहामा नंबर 1 और नंबर दो को भी फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है। (एजेंसी)