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    वाशिंगटन: अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बाइडन (President Joe Biden) ने कहा कि उनका मानना है कि रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) यूक्रेन (Ukraine) के साथ पूर्ण युद्ध (War) नहीं चाहते हैं, लेकिन अगर वह सैन्य घुसपैठ के साथ आगे बढ़ते हैं तो उन्हें इसकी ‘‘कीमत” चुकानी होगी।

    बाइडन ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के एक वर्ष पूरे होने के मौके पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनका मानना है कि रूस यूक्रेन पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है, हालांकि उन्हें नहीं लगता कि रूस के राष्ट्रपति ने अभी तक अंतिम निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर और आक्रमण करता है तो वह अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग प्रणाली तक रूसी पहुंच को सीमित कर देंगे।

    बाइडन ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता है कि अभी तक वह तय कर पाए हैं कि उन्हें क्या करना है। मुझे लगता है कि वह कार्रवाई करेंगे।” बाइडन के बयान से कुछ घंटे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने अपनी कीव की यात्रा के दौरान रूस पर यूक्रेन की सीमा पर 1,00,000 से अधिक सैनिकों को तैनात करने की योजना बनाने का आरोप लगाया था और कहा था कि संख्या अपेक्षाकृत दोगुनी हो सकती है।

    ब्लिंकन ने इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी थी, लेकिन कहा था कि रूस ने देश के सुदूर पूर्व से अपने सहयोगी बेलारूस से असंख्य सैनिक भेजे हैं, जिसका मकसद अगले महीने किसी युद्ध की तरह की गतिविधी को अंजाम देना है। बेलारूस भी यूक्रेन के साथ सीमा साझा करता है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि उनका मानना है कि निर्णय ‘‘पूरी तरह से” पुतिन का होगा।

    उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं कि रूसी अधिकारी जिनके साथ व्हाइट हाउस के शीर्ष सलाहकार बातचीत कर रहे हैं वे पुतिन के विचारों से पूरी तरह अवगत हैं या नहीं। बाइडन ने कहा, ‘‘सवाल यह उठता है कि वे जिन लोगों से बात कर रहे हैं क्या उन्हें पता है कि वह (पुतिन) क्या करेंगे।” बाइडन ने आगाह किया, ‘‘हम ऐसे प्रतिबंध लगाएंगे जैसे अभी तक कभी नहीं लगाए गए होंगे। यह रूस के लिए आसान नहीं होने वाला।

    अगर उन्होंने ऐसा कुछ किया तो उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी…।” इस बीच, यूक्रेन ने कहा कि वह सबसे खराब परिस्थिति के लिए तैयार है और रास्ते में आने वाली किसी भी मुश्किल का सामना कर लेगा। राष्ट्रपति ने देश के लोगों से कहा कि वह घबराए नहीं।