
नई दिल्ली. जहां इस समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अमेरिका प्रवास में है। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर अपनी लोकसभा सदस्यता जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस बाबत कहा कि, वह शायद भारत के पहले ऐसे व्यक्ति होंगे जिन्हें मानहानि के मामले में सबसे ज्यादा सजा मिली है। जानकारी दें कि, ये बात उन्होंने अमेरिका में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि , 2004 में जब मैंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत तब कभी नहीं सोचा था कि, देश में वो सब देखूंगा जो अभी हो रहा है। उनके मुताबिक उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि लोकसभा से उनकी सदस्यता भी रद्द होगी। उन्होंने लोकसभा रद्द होने के बारे में बात करते हुए कहा कि संसद में बैठने के मुकाबले अब मेरे पास बड़ा अवसर है।
It was a pleasure to engage with the learned audience at @Stanford on ‘The New Global Equilibrium’.
We discussed the challenges and opportunities of a changing world order. Actions based on truth is the way forward. pic.twitter.com/6tEoCV6OsM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 1, 2023
उन्होंने सिलिकॉन वैली में बीते बुधवार को AI क्षेत्र में स्टार्ट-अप शुरू करने वाले कई बिजनेसमैन से मुलाकात की। इस दौरान पेगासस स्पाईवेयर पर चर्चा करते हुए राहुल ने कहा- मुझे पता है कि मेरा फोन टैप हो रहा है। इसके बाद उन्होंने अपना फोन उठाया और बोले- हैलो, मोदी जी।
दरअसल उन्होंने कहा एक समय था जब उन्हें पता था कि उनका फोन ‘टैप’ किया जा रहा है और उन्होंने अपने आईफोन पर मजाक में कहा, “हैलो ! मिस्टर मोदी।” राहुल ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरा आईफोन ‘टैप’ किया गया। आपको एक राष्ट्र के रूप में और एक व्यक्ति के रूप में भी डेटा सूचना की गोपनीयता के संबंध में नियम बनाने की जरूरत है।”
उन्होंने यह भी कहा कि, “अगर कोई राष्ट्र तय करता है कि वह आपका फोन ‘टैप’ करना चाहता है, तो इसे कोई रोक नहीं सकता है। यह मेरी समझ है।” गांधी ने दावा किया, “अगर देश फोन ‘टैपिंग’ में दिलचस्पी रखता है, तो यह लड़ने लायक लड़ाई नहीं है। मुझे लगता है कि मैं जो कुछ भी काम करता हूं, वह सब कुछ सरकार के सामने है।”