लाहौर: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री (Prime Minister) और विपक्ष पार्टी (Opposition Party) के वरिष्ठ नेता शाहिद खाकान अब्बासी (Shahid Khaqan Abbasi) ने प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर बलूचिस्तान (Baluchistan) के एक उद्योगपति को सीनेट (Senate) का सदस्य बनाने के लिए 70 करोड़ पाकिस्तानी रुपये लेने का आरोप लगाया है। मुख्य विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (Pakistan Muslim League-Nawaz) (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अब्बासी ने आरोप लगाया, “मोहम्मद अब्दुल कादिर ने तीन मार्च को हुए सीनेट का चुनाव निर्दलीय के तौर पर लड़ा और उन्हें सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-E-Insaaf) (पीटीआई) पार्टी तथा अन्य पार्टियों के वोट मिले। पीटीआई के सांसदों ने खान के निर्देश पर कादिर को वोट दिया, जिन्हें उनसे 70 करोड़ पाकिस्तानी रुपये मिले थे।”
अब्बासी ने बुधवार को कहा कि खान को सीनेट का टिकट बेचने के लिए जवाबदेह होना होगा। यहां तक कि सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य भी कह रहे हैं कि इस व्यक्ति (कादिर) को सीनेट का सदस्य ही इसलिए बनाया गया है, क्योंकि उन्होंने खान को पैसे दिए हैं। अब्बासी ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री द्वारा उद्योगपति को सीनेट की सीट बेचने का संज्ञान लेने का आग्रह किया। दिलचस्प है कि कादिर ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सीनेट का चुनाव जीता जिसके बाद खान ने उनका पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ में स्वागत किया।
हालांकि पार्टी का बलूचिस्तान नेतृत्व और जोनल प्रमुख इसका कड़ा विरोध कर रहे थे। उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को मजबूर कर दिया था कि वह कादिर को दिया गया टिकट वापस ले। अब्बासी ने देश की फौज को भी सियासत से दूर रहने को कहा। इस बीच, पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरयम नवाज़ ने सीनेट के अध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को होने वाले चुनाव में दखलअंदाजी को लेकर शक्तिशाली सेना को चेताया। खुफिया एजेंसियों पर परोक्ष आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी से सीनेट के सदस्यों को फोन आ रहे हैं कि वे सीनेट अध्यक्ष पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यूसुफ रज़ा गिलानी के लिए मतदान नहीं करें।