Russia-Ukraine war
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    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का आज जन्मदिन है। दुनिया के सर्वाधिक ताकतवर नेताओं में शुमार पुतिन आज 69 साल के हो गए हैं। रूस का विकास और विश्व में बना देश का सम्मान पुतिन की कोशिशों और राजनीतिक समझ की देन है। इसी के साथ कम्युनिस्ट नेता स्टालिन के बाद अगर किसी दूसरे रूसी नेता ने विश्व विख्यात पहचान बनाई है तो वह व्लादिमीर पुतिन हैं।

    व्लादिमीरोविच पुतिन यानी व्लादिमीर पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक सोवियत परिवार में हुआ था। उनके पिता सोवियत नेवी में अधिकारी थे, वहीं माँ एक मामूली फैक्ट्री वर्कर। दोनों की कमाई घर बड़ी मुश्किल से चल पता था। पुतिन बचपन में एक बेहद सामान्य लड़के थे। वहीं उनके घर के पास रहने वाले स्थानीय लड़के उनसे मारपीट करते थे। इसी बात ने पुतिन की जुडो-कराटे में रुचि जगाई थी, पुतिन जुड़ो में ब्लैक बेल्ट भी हैं।

    रह चुके हैं जासूस 

    व्लादिमीर पुतिन ने बड़ी मुश्किल से अपनी कानून की पढाई पूरी की। इसके बाद वह रूस की जासूसी विभाग केबीजी में शामिल हो गए और जासूस बन गए। पुतिन ने विदेश में जासूस के रूप में 15 साल तक काम किया। इस दौरान उन्होंने 6 साल तक जर्मनी के ड्रेस्डेन में खुफिया अधिकारी के रूप में काम किया। साल 1990 में वो केजीबी से लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक से रिटायर हुए। 

    राजनीतिक शुरुआत

    इसके बाद वो एंतोली सोबचाक के सलाहकार बन गए। एंतोली सोबचाक राजनीतिक सुधारक और लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सेंट पीटरबर्ग के पहले मेयर थे। पुतिन ने अपनी काबिलियत के दम पर एंतोली सोबचाक का विश्वास जीत लिया और साल 1994 में वो सेंट पीटरबर्ग के पहले डिप्टी मेयर बन गए। माना जाता है कि पुतिन को राजनीति में लाने का श्रेय भी एंतोली सोबचाक को ही जाता है। 

    साल 1996 में व्लादिमीर पुतिन मॉस्को आ गए और राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के प्रशासन स्टाफ को जॉइन कर लिया। जुलाई 1998 में बोरिस येल्टसिन ने पुतिन को फेडरल सिक्योरिटी सर्विस का डायरेक्टर बना दिया। पुतिन जल्द ही अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहे। इसके बाद साल 1999 में पुतिन रूस के प्रधानमंत्री बन गए। इसके बाद उन्होंने लगातार चुनाव जीता और सत्ता में काबिज रहे।

    राष्ट्रपति बनने का सफर

    1999 में जब येल्तसिन ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया तो पुतिन कार्यवाहक राष्ट्रपति बना गये। इसके बाद 2000 और 2004 के राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल की। हालांकि दोनों चुनावों में जीत के बाद वे रूसी संविधान के मुताबिक तीसरी बार चुनाव नहीं लड़ पाए लेकिन 2012 में हुए चुनाव की जीत हासिल करने के बाद, 2018 के चुनावों में जीतकर वे चौथी बार राष्ट्रपति बने।  इस दौरान राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन ने 76% वोट से अधिक के साथ जीत हासिल की थी।

    निशानेबाजी से लेकर घुड़सवारी तक में माहिर 

    पुतिन अपने अंदाज को लेकर आज भी वैश्विक मीडिया की सुर्खियों में रहते हैं। वहीं उनकी फिटनसे के सामने बड़े बड़े युवा भी फेल हैं। पुतिन राष्ट्रपति के साथ साथ  जासूस, मार्शल आर्ट मास्टर, पायलट, टैंक चलाने वाले सैनिक, अभेद निशाना लगाने वाले निशानेबाज, रेसर, बाइकर, आइस हॉकी के खिलाड़ी, पानी में शिकार करने वाले शिकारी, घुड़सवार, तैराक, पहाड़ों पर चढ़ने वाले पर्वतारोही, स्कूबा डाइविंग करने वाले डाइवर और फ्राइंग पैन को हाथों से मोड़ देने वाले बहादुर शख्स के रूप में हचान रखते हैं.