imran khan
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    रावलपिंडी/लाहौर: जान पर खतरा होने के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा रावलपिंडी में शनिवार को राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। देश की प्रभावशाली सेना का केंद्र रावलपिंडी ही है। खान रावलपिंडी में अपने समर्थकों को संबोधित करने वाले हैं। उन्होंने कहा है कि नए आम चुनाव की मांग को लेकर उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) का यह प्रदर्शन ‘‘पूरी तरह शांतिपूर्ण” होगा।  गत तीन नवंबर को खान पर जानलेवा हमला हुआ था और उन्हें गोली लगी थी। वह फिलहाल स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।

    देश के सभी हिस्सों से खान समर्थक रावलपिंडी में जुट रहे हैं जहां ऐतिहासिक मुर्री रोड के बीच सिक्स्थ रोड फ्लाईओवर पर मंच तैयार किया गया है। कुछ उत्साही समर्थकों को रैली स्थल के समीप अलम्मा इकबाल पार्क में अस्थायी टेंटों में ठहराया गया है। ये लोग पहले ही शहर में पहुंच चुके हैं। खान बुलेटप्रुफ वाहन में लाहौर के अपने जमान पार्क आवास से रवाना होंगे। उनके शाम छह बजे अपने समर्थकों को संबोधित करने की संभावना है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उनके संबोधन के बाद लोग वहां से चले जायेंगे या धरना पर बैठ जायेंगे। हालांकि रावलपिंडी शहर प्रशासन ने रैली के वास्ते केवल एक दिन की अनुमति दी है।

    रावलपिंडी प्रशासन ने यह भी अधिसूचना जारी की है कि इंगलैंड क्रिक्रेट टीम शीघ्र ही रावलपिंडी पहुंचेगी , इसलिए उस जगह को रैली समाप्त हो जाने के बाद खाली कर दिया जाए। खान (70) ने शुक्रवार को कहा था कि घायल होने के बावजूद वह देश की खातिर रावलपिंडी जाने के लिए अडिग हैं। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि वह देश की असली आजादी के लिए लड़ रहे हैं तथा नये चुनाव की घोषणा होने तक संघर्ष जारी रहेगा।

    उन्होंने कहा, ‘‘ हम हकीकी आजादी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। एक सूत्री एजेंडा चुनाव है।”  अलग से उन्होंने एक चैनल से कहा कि यदि मध्यावधि चुनाव की घोषणा नहीं की जाती है और सरकार अगले अक्टूबर में आम चुनाव कराने के अपने रूख पर अडिग रहती है तो जनसमुदाय बलपूर्वक वर्तमान शासकों को उखाड़ फेंकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ हकीकी आजादी आंदोलन आज (26 नवंबर को) खत्म नहीं होगा, बल्कि इंसाफ होने तक जारी रहेगा।”

    खान ने कल कहा था, ‘‘कल (मैं) रावलपिंडी जा रहा हूं क्योंकि यह देश के लिए निर्णायक वक्त है। हम एक ऐसा देश बनना चाहते हैं जिसके सपने कायदे आजम और अल्लामा इकबाल ने देखे थे।” पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके ऊपर अब भी खतरा है लेकिन वह एहतियात बरतेंगे।

    इस बीच, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने शुक्रवार को कहा, ‘‘ यदि इमरान खान चुनाव चाहते हैं तो उन्हें नेता की तरह बर्ताव करना चाहिए एवं राजनीतिक नेताओं के साथ बातचीत करनी चाहिए।” उन्होंने चेतावनी दी कि खान की जान के ऊपर खतरा है और उनसे यह रैली स्थगित करने की अपील की। पीटीआई महासचिव असद उमर ने कहा है कि खान के साथ यदि कुछ होगा तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।