Ajit doval
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    नई दिल्ली.  सुबह की अन्य बड़ी खबर के अनुसार,भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) ने मास्को में उनके रूसी काउंटर पार्ट (NSA) निकोलाई पेत्रुशेव से एक मुलाकात की है। 

    इन मुद्दों पर हुई बात 

    दरअसल यह मुलाकात बाइलेटरल, रीजनल और इंटरनेशनल मुद्दों पर हुई है। इस मीटिंग के रूस ने अपने बयान में कहा कि दोनों पक्ष रूसी-भारतीय विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के प्रोगेसिव डेवलपमेंट पर जोर देते हुए दोनों देशों की सिक्योरिटी काउंसिल के बीच बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं। इसके साथ ही  बैठक में, द्विपक्षीय रणनीतिक सहयोग और अफगानिस्तान की स्थिति के विभिन्न पहलुओं पर भी सघन चर्चा की गई है।

    भारत में रूसी दूतावास ने बाकायदा ट्वीट कर लिखा कि “मास्को में 17 अगस्त को रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव ने भारत के प्रधान मंत्री अजीत डोभाल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ बातचीत की है। “

    होगी पुतिन से मुलाकात! 

    ऐसे भी कयास है कि डोभाल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन या अन्य नेताओं के साथ भी वे बैठक कर सकते हैं लेकिन फिलहाल यह अभी तय नहीं है।  हालाँकि, फ्रांस और जर्मनी समेत अमेरिका और यूरोपीय शक्तियां मॉस्को को युद्धविराम के लिए राजी करने के लिए भारत पर भरोसा कर रही हैं।  इधर अनेकों पश्चिमी नेता यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की को युद्धविराम के लिए सहमत होने और रूस के साथ समझौता करने के लिए बातचीत शुरू करने का जोरदार दबाव बना रहे हैं।  

    भारत करवाएगा रूस-यूक्रेन युद्धविराम!

    वहीं सूत्रों की मानेंतो भारत इसे एक अवसर के रूप में देखता है क्योंकि अगर वे इस युद्धविराम को कराने में कामयाब हो जाते हैं, तो यूरोप में उसका सम्मान काफी बढ़ जाएगा।  हालाँकि इस यात्रा का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू भारत को रक्षा आपूर्ति भी कराना है। 

    गौरतलब है कि अजीत डोभाल (Ajit Doval) की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब यूक्रेन-रूस संघर्ष अपने चरम पर है।  वहीं इन सबके बीच भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर रूस (Rusia) के साथ लगातार बातचीत करता रहा है।  जानकारी के लिए बता दें कि, कुछ समय पहले अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में इस बात का दावा हुआ था कि रूस,  जून में सऊदी अरब को पछाड़कर भारत को कच्चे तेल की आपूर्ती करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा।