बर्लिन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) यूरोप के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। वे सोमवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे। यहां, उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात की। बाद में दोनों नेता बर्लिन में भारत-जर्मनी IGC बैठक में शामिल हुए। इस दौरान दोनों नेताओं ने बर्लिन में हरित और सतत ऊर्जा साझेदारी पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन जंग पर चिंता जताई और कहा कि इस युद्ध में कोई नहीं जीतेगा। अपितु विकसनशील और गरीब देशों समेत सभी को नुकसान होगा।
इस वर्ष की पहली विदेश यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए मैं चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ का धन्यवाद करता हूं। मुझे खुशी है कि इस वर्ष ये मेरी पहली विदेश यात्रा जर्मनी में हो रही है। उन्होंने कहा, लोकतांत्रिक देशों के तौर पर भारत और जर्मनी कई कॉमन मूल्यों को साझा करते हैं। इन साझा मूल्यों और साझा हितों के आधार पर पिछले कुछ वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
Recent geopolitical incidents have shown that world peace &stability is in critical condition and showed how all countries are interconnected. We had said that talks are the only way to solve the Ukraine crisis. We believe that no one will be victorious party in this war: PM Modi pic.twitter.com/l179TyYKXX
— ANI (@ANI) May 2, 2022
विश्व की शांति और स्थिरता नाजुक
पीएम मोदी ने कहा, हमारी पिछली IGC 2019 में हुई थी, तब से विश्व में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। कोविड-19 महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव डाला है। हाल की जियो पॉलेटिकल घटनाओं ने भी दिखाया कि विश्व की शांति और स्थिरता कितनी नाजुक स्थिति में है और सभी देश कितने इंटरकनेक्टेड हैं।
रूस-यूक्रेन जंग से सभी को होगा नुकसान
प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर अहम बात कही। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन के संकट के आरंभ से ही हमने तुरंत युद्धविराम का आह्वान किया और इस बात पर जोर दिया था कि विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत ही एकमात्र उपाय है। हमारा मानना है कि इस युद्ध में कोई विजयी पार्टी नहीं होगी, सभी को नुकसान होगा इसलिए हम शांति के पक्ष में हैं।
बढ़ रही तेल की कीमतें, महंगाई का सामना कर रही दुनिया
उन्होंने कहा, यूक्रेन संघर्ष की वजह से तेल की कीमत आसमान छू रही है। विश्व में खाद्यान और उर्वरक की कमी हो रही है इससे विश्व के हर परिवार पर बोझ पर पड़ा है लेकिन विकासशील और गरीब देशों पर इसका असर और गंभीर होगा। उन्होंने कहा, इस संघर्ष के मानवीय प्रभाव से भारत बहुत ही चिंतित है, हमने अपनी तरफ यूक्रेन को मानवीय सहायता भेजी है और हम अन्य मित्र देशों को भी अन्य निर्यात, तेल आपूर्ति और आर्थिक सहायता के माध्यम से मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।
हरित हाइड्रोजन टास्क फोर्स की स्थापना की घोषणा
पीएम मोदी ने कहा, आज छठी IGC से भारत-जर्मनी भागीदारी को एक नई दिशा मिली है। इस IGC ने उर्जा और पर्यावरण दोनों क्षेत्रों में हमारे सहयोग को महत्वपूर्ण दिशा दिया है। मुझे विश्वास है कि आज किए गए निर्णयों का हमारे क्षेत्र और विश्व के भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, आज हम हरित और सतत विकास पर इंडो-जर्मनी साझेदारी की शुरुआत कर रहे हैं। जर्मनी ने 2030 तक 10 बिलियन यूरो की अतिरिक्त विकास सहायता से भारत की हरित विकास योजना का समर्थन करने का निर्णय लिया है। हमने हरित हाइड्रोजन टास्क फोर्स की स्थापना की घोषणा की है।
कोविड काल में भी भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से ग्रोथ कर रही
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, पोस्ट कोविड काल में भारत अन्य बड़ी अर्थव्यवस्था के मुकाबले सबसे तेज ग्रोथ देख रहा है। हमें विश्वास है कि भारत वैश्विक रिकवरी का महत्वपूर्ण स्तंभ बनेगा। हाल ही में हमने बहुत कम सयम में UAE तथा ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।