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    इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) में लगातार सियासत गरमाती जा रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) अपनी कुर्सी और सरकार बचाने में कामयाब हुए हैं। खान की सलाह पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने रविवार को नेशनल असेंबली भंग कर दी। खान ने असेंबली से कुछ मिनटों पहले राष्ट्रपति को नए सिरे चुनाव कराने की सलाह दी थी। चुनाव 90 दिनों के भीतर कराए जाएंगे। इमरान तब तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे। इस बीच देश को संबोधन के बाद पीएम इमरान खान का पहला बयान सामने आया है। उनका कहना है कि उन्होंने विपक्ष को सरप्राइज कर दिया है।

    मेरी कार्रवाई ने विपक्ष को चौंका दिया

    पाकिस्तान के PM ने कहा कि “मेरी कार्रवाई ने आज विपक्ष को चौंका दिया। अगर मैंने इस आश्चर्य के बारे में खुलासा किया होता, तो वे आज इतने परेशान नहीं होते।”

    विदेशी साजिश के दावे को फिर से दोहराया

    इमरान ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग करने के बाद अपने संबोधन में विदेशी साजिश के दावे को फिर से दोहराया है। उन्होंने कहा कि, “डोनाल्ड लू पाक सरकार को गिराने की साजिश में शामिल है।” बता दें कि डोनाल्ड लू अमेरिकी विदेश विभाग के साउथ सेंट्रल एशिया डिपार्टमेंट में असिस्टेंट सेक्रेटरी है।

    ज्ञात हो कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने सरकार गिराने के साजिशकर्ता का नाम पहली बार लिया है। इससे पहले वह सिर्फ विदेशी ताकतों का जिक्र करते रहे। वे कहते रहे कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश के पीछे विदेशी ताकत हैं।

    बिलावल भुट्टो का इमरान पर प्रहार

    अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद पीपीपी के नेता बिलावल भुट्टो ने इमरान खान पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कि भुट्टो नहीं ज़िया उल हक के शागिर्द हैं इमरान खान। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने सत्ता के लिए संविधान की शहादत दे दी। पूरे पाकिस्तान का आज इमरान ने सिर शर्म से झुका दिया है।

    शेर के बच्चे हैं तो चुनाव लड़ें: फवाद चौधरी

    इमरान खान सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री रहे फवाद चौधरी ने विपक्ष पर हमला किया और कहा, “आज के  स्पीकर के फैसले को किसी भी अदालत में चैलेंज नहीं किया जा सकता। मैं स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को सलाम पेश करता हूं। आप (विपक्ष) चुनाव से क्यों भाग रहे हैं। इन लोगों के मुंह लटके हुए हैं, हम लोग खुश हैं। सियाासी पार्टी होकर आप लोग खौफ का शिकार क्यों हैं? शेर के बच्चे हैं तो चुनाव लड़ें। चुनाव से क्यों भाग रहे हैं? हमारी हुकुमत गई है और हम लोग खुश हैं और विपक्ष रो रहा है।”