नई दिल्ली. सुबह की बड़ी खबर के अनुसार आज जहाँ रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच युद्ध आज 27वें दिन तक जा पहुंचा है। लेकिन आज 27 दिन बाद भी रूसी सैनिकों को यूक्रेन की राजधानी कीव (Kiev) और कुछ अन्य शहरों पर कब्जे के लिए अब भी अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। लेकिन अब इन शहरों पर कब्जे के लिए रूसी सैनिकों ने अपने हमले तेज कर दिए हैं। ऐसे में अब एयर स्ट्राइक और मिसाइल से हमले और भी तेज किए जा रहे हैं, लेकिन इन सबके बाद भी रूस के लिए कीव में दाखिल होने का रास्ता जैसे काँटों से भरा दिख रहा है।
Ukrainian President Volodymyr Zelensky insists on meeting with Russia President Vladimir Putin: Reuters
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— ANI (@ANI) March 22, 2022
इधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी कंपनियों को संभावित रूसी साइबर हमले की चेतावनी दी है। इस बाबत उन्होंने एक बयान में कहा कि यदि कंपनियों ने पहले से साइबर हमले से बचने क लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं, तो मैं अपने निजी क्षेत्र के भागीदारों से अपने साइबर सुरक्षा को तुरंत सख्त करने का आग्रह करता हूं।
तो वहीं कीव इंडिपेंडेंट के एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने एक यूक्रेनी सार्वजनिक प्रसारक सस्पिलने को दिते एक साक्षात्कार में कहा कि नाटो को या तो अब कहना चाहिए कि वे हमें स्वीकार कर रहे हैं, या खुले तौर पर कहें कि वे हमें स्वीकार नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे रूस से डरते हैं, जो बिल्कुल सच है। इसके साथ ही जेलेंस्की ने कहा कि, युद्ध के शुरुआती दिनों में उन्हें राजधानी कीव छोड़ने के लिए “हर 10-20 मिनट में नए कॉल आते थे। उन्होंने कहा कि “हर कोई जोर दे रहा था कि मुझे कीव छोड़ देना चाहिए।”
NATO should either say now that they are accepting us, or openly say they are not accepting us because they are afraid of Russia – which is true, Ukraine President Vladimir Zelensky said in an interview to Suspilne, a Ukrainian public broadcaster: The Kyiv Independent
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— ANI (@ANI) March 21, 2022
इधर नाटो को लेकर जेलेंस्की के बेबाक विचारों एक बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी कहे जाने के बाद रूस ने अमेरिका से संबंध तोड़ने की धमकी दी है। दरअसल रूस ने अमेरिका के राजदूत से कहा कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की व्लादिमीर पुतिन पर की गई टिप्पणियों की वजह से दोनों देशों के रिश्ते टूटने की कगार पर हैं। साथ ही अब रूस ने अपने देश में फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पाबंदी लगाई है और मेटा को अतिवादी संगठन करार दिया है।