नैरोबी: इथियोपिया (Ethiopia) में प्रतिद्वंद्वी टिग्रे बलों (Tigray Forces) द्वारा राजधानी की ओर बढ़ने की धमकी देने और देश में एक साल से जारी युद्ध (War) के तेज होने के बीच सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल (National Emergency) की मंगलवार को घोषणा कर दी। अमेरिका (America) ने कहा कि इथियोपिया में सुरक्षा संबंधी हालात ‘‘बहुत खराब” हो गए हैं और उसने वहां मौजूद अपने नागरिकों को देश छोड़कर जाने की सलाह दी।
इथियोपिया की मंत्री परिषद ने आपातकाल की घोषणा की, जो प्रधानमंत्री अबी अहमद की सरकार की ओर से संकट का स्पष्ट संकेत है। टिग्रे क्षेत्र में पिछले एक साल में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। मंत्री परिषद ने आपातकाल की घोषणा करते हुए कहा है कि टिग्रे बल और उनके सहयोगी, देश के अस्तित्व के लिए ‘‘गंभीर एवं आसन्न खतरा” पैदा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘सभी की परीक्षा होगी।”
उन्होंने कहा कि यह घोषणा ‘‘संघर्ष की अवधि को कम करने और समाधान के लिए समय प्रदान करने” के मकसद से की गई है। अमेरिका ने डेसी और कोम्बोल्चा के रणनीतिक शहरों पर हाल में कब्जा कर चुके टिग्रे बलों को अदीस अबाबा को ‘‘घेरने” के हर प्रयास के खिलाफ आगाह किया है। आपातकाल तत्काल लागू हो गया और यह अगले छह महीने तक लागू रहेगा।
आपातकाल के दौरान सरकार कर्फ्यू लगा सकती है, नागरिकों को सैन्य प्रशिक्षण का आदेश दे सकती है, परिवहन सेवाओं एवं यात्रा को प्रतिबंधित कर सकती है, मीडिया संस्थानों के लाइसेंस निलंबित कर सकती है और किसी आतंकवादी समूह के साथ संबंध रखने के संदेह में किसी भी व्यक्ति को अनिश्चित काल के लिए हिरासत में ले सकती है। कुछ क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन को भंग किया जा सकता है और सैन्य नेतृत्व स्थापित किया जा सकता है।
अनधिकृत सार्वजनिक समारोहों और आपातकाल का विरोध करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने इन ताजा घटनाओं पर अत्यधिक चिंता व्यक्त की। उसने कहा, ‘‘इथियोपिया और व्यापक क्षेत्र की स्थिरता दांव पर है” और उसने तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया है।