काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के कब्ज़े के बाद से जारी पंजशीर (Panjshir) में संघर्ष को लेकर बड़ा दावा किया गया है। तालिबान ने अपने विरोधियों के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान के आखिरी प्रांत पंजशीर को कब्जे में लेने का दावा किया है। APF की खबर के अनुसार, तालिबान के इस बड़े दावे के बीच नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स (National Resistance Force) ने कहा है कि, वह “रणनीतिक स्थिति” में इलाके में मौजूद हैं। उन्होंने कहा है कि, तालिबान और उनके सहयोगियों के खिलाफ रेजिस्टेंस फोर्स का संघर्ष जारी रहेगा।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि, पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है। इलाके में मौजूद चश्मदीदों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया। तालिबान विरोधी लड़ाकों का नेतृत्व पूर्व उपराष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह एवं तालिबान विरोधी अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने किया था, जो अमेरिका में 9/11 के हमलों से कुछ दिन पहले मारे गए थे।
मसूद के बेटे अहमद ने रविवार को एक बयान में हाल के दिनों में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि, उसकी सेना अपने हथियार डालने को तैयार है, अगर तालिबान अपने हमले रोकने को सहमत हो जाए। कई वाहनों को रविवार रात पंजशीर घाटी में घुसते देखा गया था, जिनमें तालिबान के लड़ाके सवार थे। अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति सालेह की ओर से अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
सालेह ने 15 अगस्त को तालिबान के राजधानी के द्वार पर पहुंचने पर राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से भाग जाने के बाद खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित किया था। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में पंजशीर के निवासियों को आश्वासन दिया कि वे सुरक्षित रहेंगे, जबकि तालिबान के वहां पहुंचने से पहले कई परिवार पहाड़ों में भाग गए थे। मुजाहिद ने कहा, ‘‘ हम पंजशीर के माननीय निवासियों को आश्वासन देते हैं कि उनके साथ किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा, सभी हमारे भाई हैं और हम सभी को देश की सेवा तथा समान हितों के लिए काम करेंगे।”
पंजशीर घाटी में तालिबान और अहमद मसूद के नेतृत्व वाले नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) के लड़ाकों के बीच संघर्ष बढ़ गया था। तालिबान के कई प्रतिनिधिमंडलों ने वहां के कुछ प्रमुख नेताओं से बात करने की कोशिश की थी, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे थे। तालिबान विरोधी गुट के प्रवक्ता फहीम दशती की भी रविवार को संघर्ष में मौत हो गई।
#UPDATES National Resistance Front, the anti-Taliban resistance in Afghanistan’s Panjshir Valley, says present in “strategic positions”, adds “struggle against the Taliban and their partners will continue” after Taliban say they captured the area pic.twitter.com/Nn2rYw1rQ7
— AFP News Agency (@AFP) September 6, 2021
नॉर्दर्न एलायंस ने तालिबान के दावों को गलत बताते हुए कहा है कि, नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाके अभी भी पहाड़ी इलाकों पर हैं और तालिबान का मुकाबला कर रहे हैं ।
2nd Resistance Front denied the Taliban’s claim of control of the province.
Ali Maysam Nazari, a spokesman for the RF, tweeted that Panjshir had not fallen to the Taliban & that their forces r fighting Taliban in various parts of Panjshir https://t.co/rTTzcm0ctt— Aśvaka – آسواکا News Agency (@AsvakaNews) September 6, 2021
बता दें कि, खबर है कि, पंजशीर में तालिबान को अब तक कड़ी टक्कर दे रहे नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट के कमांडर फहीम दश्ती की तालिबान से लड़ाई के दौरान मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जनरल अब्दुल वदोद जारा की भी इस बीच मौत की खबर है। जनरल अब्दुल वदोद और फहीम दश्ती पंजशीर के ताकतवर शख्सियतों में शुमार थे।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)