टोक्यो ओलंपिक: गोल्ड जीतने के बाद भी ये खिलाड़ी नहीं कर पाएगा अपनी प्रेमिका से शादी, जानें वजह

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    टोक्यो: टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) का समापन 8 अगस्त को हो गया है। खेलों के महाकुंभ में कई खिलाड़ियों ने अपने-अपने देश का नाम रोशन किया। वहीं कई खिलाड़ियों नई कुछ न जीतने के बावजूद अपने प्रदर्शन से पूरी दुनिया को प्रभावित किया। ओलंपिक में खेलों में भाग लेना दुनिया के सभी खिलाड़ियों का सपना होता है। जहां जाकर वह कोई न कोई मेडल हासिल करना चाहते हैं। ऐसे में किसी का सपना पूरा होता है तो किसी के हाथ निराशा आती है। 

    इन सबसे हटकर आज हम जिसके बारे में बात कर रहे हैं वह इजरायली खिलाड़ी आर्टम दोलगोपायट (Artem Dolgopyat) है, जिसने टोक्यो ओलंपिक में अपने देश को गोल्ड (Gold Medal) दिया है। इजरायल के जिम्नास्ट आर्टम दोलगोपायट (Israeli gymnast Artem Dolgopyat) ने टोक्‍यो ओलंपिक में गोल्‍ड मेडल जीतकर अपना सपना तो पूरा किया, लेकिन उनका एक और  व्यक्तिगत सपना है, जो शायद ही कभी पूरा नहीं हो पाएगा। स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद आर्टम के ज़िंदगी में बहुत सी परेशानियां हैं। 

    दरअसल, आर्टम एक लड़की से बहुत प्यार करते हैं और उसके साथ शादी करना चाहते हैं, लेकिन उनका ये सपना शायद ही कभी पूरा हो (Artem Dolgopyat Can’t Marry With His Girlfriend) पाएगा। यूक्रेन में जन्में इजराइली जिम्नास्ट आर्टम के पिता यहूदी हैं लेकिन उनकी मां नहीं है। ऐसे में यहूदी धार्मिक कानूनों के अनुसार ‘हलाचा’ के तहत किसी को यहूदी तभी माना जाएगा जब उसकी मां यहूदी हो। इसी धार्मिक कानून की वजह से आर्टम को यहूदी नहीं माना जाता है और ये ही वजह है कि वह अपने प्रेमिका से शादी नहीं कर सकते। दोलगोपायट की मां ने बताया कि इजराइल की सरकार उनके बेटे को यह शादी करने की इजाजत नहीं देगी। आर्टम की मां के इसी बयान की वजह से बहस छिड़ गई है।

    बता दें कि ओलंपिक 2020 में भारत ने भी पूरी दुनिया में अपना परचम लहराया है। इस बार भारत के खाते में 7 मेडल आए हैं, जिसमें 13 साल बाद गोल्ड मेडल आया है, जो कि नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो को जीतकर हासिल किया है, वहीं 2 सिल्वर मेडल भारत में आए हैं, जिसे मीराबाई चानू और रवि कुमार दहिया ने हासिल किया है। जबकि 4 ब्रॉन्ज़ मेडल जो भारतीय पुरुष हॉकी टीम, पीवी सिंधु, बजरंग पुनिया और लवलीना ने जीता है।