भारत की मदद लेने से किया तुर्की ने इनकार, दिया ऐसा अजीब तर्क

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    नई दिल्ली: भारत (India) इस समय हर देश की मदद करने में जुटा हुआ है। ऐसे में खुद को पाकिस्तान का आयरन ब्रदर बताने वाले तुर्की (Turkey) ने एक बार फिर दिखा दिया है कि उसे भारत (India) कितना नापसंद है। मौजूदा समय में तुर्की अनाज की कमी से काफी परेशान है। ऐसे में भारत ने इस देश की मदद करनी चाही, जिसके लिए इंडिया से गेहूं (Wheat) से भरा कंसाइनमेंट भी भेजा गया था। लेकिन, तुर्की ने इसे लेने से इनकार कर दिया। 

    तुर्की ने ऐसा करने के पीछे की वजह बताई है, जो काफी अजीब है। तुर्की सरकार ने गेहूं वापस लौटाने की ऐसी अजीब दलील दी, जिस पर सब हैरानी भी जाहिर कर रहे हैं। दरअसल, तुर्की सरकार (Turkey) के कृषि मंत्रालय ने बताया है कि, भारत ने जो गेहूं भेजा है उसमें रुबेला वायरस मिला है। इसलिए भारत की ओर से भेजे 56 हजार 877 मीट्रिक टन गेहूं के कंसाइनमेंट को वह नहीं ले सकते।

    ज्ञात हो कि, दुनियाभर के देशों में अनाज की कमी रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से हो गई है। क्योंकि सबसे ज़्यादा गेहूं इन्हीं देश में होता है, लेकिन वार की वजह से फसल ख़राब हो गई है। ऐसे में भारत में भी गेंहू-चावल के दाम में बढ़ोतरी होनी शुरू हो गई थी। लेकिन, भारत सरकार ने गेहूं के निर्यात पर बैन लगा दिया है। हालांकि मित्र देशों को उनकी जरूरत और आपसी संबंधों के आधार पर गेहूं की बिक्री हो रही है। 

    जानकारी के लिए बता दें कि, तुर्की के साथ भारत के संबंध ठीक नहीं है। लेकिन, जब तुर्की ने गेहूं भेजने का आग्रह किया गया तो सरकार के निर्देश पर गेहूं का निर्यात तुर्की के लिए किया गया। बाद में तुर्की ने भारत की मदद ठुकरा दी और अपनी जनता को परेशान करने का मौका ढूंढ लिया। हालांकि, तुर्की के इस इनकार के बाद अब भारतीय जहाज वहां से वापस चल दिया है, जो जून के मध्य तक गुजरात के कांधला पोर्ट के पास पहुंच जाएगा।