संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के महासचिव एंतोनियो गुतारेस (Secretary-General Antonio Gutares) ने म्यांमार (Myanmar) में बढ़ती हिंसा (Violence) पर दुख जताया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International Community) से वहां सैन्य दमन समाप्त करने में मदद करने के लिए सामूहिक एवं द्विपक्षीय रूप से काम करने की अपील की है।
गुतारेस ने इस बात का भी संज्ञान लिया कि म्यांमार की सेना के हाथों की जा रही प्रदर्शनकारियों की हत्याएं और मनमाने ढंग से गिरफ्तारियां संयम, वार्ता और देश को लोकतांत्रिक पथ पर वापस लाने की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अपील की अवहेलना है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता की तरफ से सोमवार को जारी किए गए एक बयान के अनुसार, गुतारेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से म्यांमा में सैन्य दमन समाप्त करने में मदद करने के लिए सामूहिक एवं द्विपक्षीय रूप से काम करने की अपील की।
बयान के अनुसार, ‘‘ उन्होंने सेना से अपने विशेष दूत को वहां जाने की अनुमति देने की अपील की, जो स्थिति नियंत्रित करने, वार्ता के लिए मंच तैयार करने तथा लोकतंत्र बहाल करने के लिए बेहद आवश्यक है।” बयान में कहा गया कि गुतारेस म्यांमार में बढ़ती सैन्य हिंसा से काफी दुखी हैं। बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘ प्रदर्शनकारियों की हत्या, मनमाने ढंग से की जा रही गिरफ्तारियां और कैदियों पर कथित अत्याचार की खबरें, मौलिक मानवाधिकारों का उल्लंघन है।”
गुतारेस ने कहा कि वह म्यांमार के लोगों और लोकतंत्र हासिल करने की उनकी आकांक्षाओं का साथ देते रहेंगे। गौरतलब है कि म्यांमा में सेना ने एक फरवरी को तख्तापलट कर देश की बागडोर अपने हाथ में ले ली। तख्तापलट के बाद से हजारों लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी तक करीब दो हजार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है और सैन्य दमन के चलते कम से कम 60 प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है।