वाशिंगटन: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में एलएसी (LAC) के पास तवांग में हुई झड़प (Tawang Faceoff) पर अब अमेरिका (America) ने अपना रुख साफ़ कर दिया है। अमेरिका खुले तौर पर अब भारत के साथ खड़ा है। पेंटागन (The Pentagon) प्रेस सचिव पैट राइडर ने कहा कि, चीन इंडो-पैसिफिक रीजन में अमेरिकी सहयोगियों और साझेदार देशों को जानबूझ कर उकसाते हुए आया है। यह चीन (China) की आदत में शुमार हो गया है। अमेरिका ने कहा कि, हम अपने सहयोगियों की सुरक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग हैं।
पेंटागन ने आगे कहा कि, अमेरिकी रक्षा विभाग वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। इतना ही नहीं अमेरिका ने एलएसी के पास चीन की तरफ से सैन्यीकरण और सैन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण की भी जमकर आलोचना की है। पेटांगन के प्रेस सचिव पैट राइडर ने भारत का समर्थन करते हुए कहा कि, भारत की ओर से तनाव को कम करने की कोशिश का हम समर्थन करते हैं।
@PentagonPresSec on India China clash in #Tawang:
It does reflect the growing trend by the PRC to assert itself and to be provocative in areas directed towards US allies and our partners in the Indo-Pacific.. We fully support India's ongoing efforts to deescalate this situation. pic.twitter.com/VTiTnJo6Gb— Rishikesh Kumar (@rishhikesh) December 14, 2022
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने यह भी कहा है कि, ‘निश्चित तौर पर भारत, अमेरिका का अहम साझीदार है और हम इस स्थिति पर अपने दूतावास और विदेश विभाग के जरिए भारत के साथ संपर्क बनाए हुए हैं।’ वहीं, अमेरिका ने साफ़ कर दिया है कि, अगर चीन ने किसी भी तरह से एकपक्षीय तरीके से एलएसी की स्थिति बदलने की कोशिश की या फिर सैन्य या असैन्य तरीके से घुसपैठ करके स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश की तो अमेरिका उसका विरोध करेगा।
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने भी कहा कि, वह वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन सीमा पर हालिया गतिविधियों पर करीबी नजर बनाए है। गौरतलब है कि यह झड़प ऐसे समय में हुई है, जब भारत और चीन के बीच मई 2020 में पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प से शुरू हुए पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध का हल निकालने के लिए दोनों देश कमांडर स्तर की 16 दौर की बातचीत कर चुके हैं।