इस जंग के कारण यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए है।
नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच पिछले एक महीने से जंग शुरू है। इस जंग में अब तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस जंग के कारण यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए है। इस जंग से रूस को भी काफी नुकसान हो रहा है। लेकिन, दोनों ही हर नहीं मान रहे हैं।
इसी बीच यूक्रेन (Ukraine Army) की सेना ने रूस की सीमा में घुसकर पलटवार किया है। शुक्रवार को यूक्रेन मिलिट्री के दो हेलीकॉप्टर (Ukraine Military Helicopters) रूस के बेलगोरोड (Belgorod) में घुस आए। यूक्रेनी हेलीकॉप्टर्स ने बेलगोरोड में एक फ्यूल डिपो (Fuel Depot) पर एयर स्ट्राइक की। जिसके बाद वहां आग लग गई और कई विस्फोट हुए।
⭕️🇷🇺 #Russia: A helicopter is used to extinguish a fire at an oil depot in #Belgorod, which was attacked by Ukrainian helicopters this morning. pic.twitter.com/UoOu7PjKmR
— 🅻-🆃🅴🅰🅼 (@L_Team10) April 1, 2022
सोशल मीडिया (Social Media) पर अब इस विस्फोट का वीडियो वायरल हो रहा है। बेलगोरोड के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैडकोव ने इस विस्फोट के बारे में बताया है। बेलगोरोड के गवर्नर ने मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर कहा कि, हेलीकॉप्टरों ने कम ऊंचाई पर सीमा पार की। इसके बाद बाद फ्यूल डिपो (Fuel Storage) पर हमला किया। जिसके वजह से डिपो में आग लग गई। ग्लैडकोव ने आगे बताया कि इस आग में 2 श्रमिक झुलस हो गए। उन्हें नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि शहर के पास के कुछ इलाकों को खाली किया जा रहा है।
An oil depot is on fire in #Belgorod, #Russia.
“The emergency services went to the place of fire, measures are being taken to eliminate it”, said Gladkov, the governor of the region in his Telegram channel. pic.twitter.com/ey7rC5ChSz
— NEXTA (@nexta_tv) April 1, 2022
वहीं दूसरी तरफ रूसी तेल फर्म रोसनेफ्ट और इस फ्यूल डिपो के मालिक ने इस घटना को लेकर अलग बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, आग में कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, उन्होंने आग लगने के कारणों के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया।
बता दें कि, दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रूसी सेना ने बेलगोरोड में बंकर और ट्रेंच बनाए थे। यहां पर साल 1943 में खुर्स्क कीलड़ाई लड़ी गई थी। यहां पर उस वक्त के सभी हथियार और मिलिट्री बाइक और गाड़ियां मौजूद हैं। अब इस जगह को एक बड़े वॉर मेमोरियल और ओपन म्यूजियम में तब्दील कर दिया गया है।
मास्को से बेलगोरोड करीब 700 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पहुँचने के लिए हाईवे से करीब 10 घंटे लगते हैं। रास्ते में जगह-जगह पुलिस और सेना की तैनाती है।