इस्लामाबाद. सोचिये ऐसा कोई देश जिसकी माली हालात कमजोर हो और वहां नोट उडाए जा रहे हों। इसे मजाक कहेंगे या पागलपन। जी हाँ ऐसा ही कुछ हुआ पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत के मंडी बहाउद्दीन इलाके में जहाँ हेलिकॉप्टर (Helicopter) से नोट बरसाने का एक अनोखा मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां की एक शादी के समारोह में बरातियों पर हेलिकॉप्टर से फूल और नोट बरसाए गए।
अब असमान से नोट बरसने की यह घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया में भी लगातार वायरल हो गया है। बताया जा रहा है कि यह कारनामा दूल्हे का भाई का था जो कि विदेश में रहता है और उसने शादी का जश्न मनाने के लिए खासतौर पर हेलिकॉप्टर को किराए पर ले रखा था।
Courtsey: BOL News
इसके बाद दूल्हे के भाई ने हेलिकॉप्टर से बरातियों पर जमकर नोट और फूल बरसाए। बता दें कि ऐसा कोई पहली बार नहीं है जब कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान में हो रही शादियों में जमकर पैसा बहाया गया हो। ऐसे ही एक घटना गुजरांवाला में हुई जहाँ एक उद्योगपति ने अपने बेटे की शादी में बरातियों पर डॉलर बरसाए थे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर शेयर हुआ था।
बस हर किसी को नोट बटोरने की फिक्र:
अगर आप इस विडियो को देखेंगे तो इसमें यह साफ़ नजर आ रहा है कि लोग गाड़ियों के ऊपर चढ़कर नोट बटोरने में रमे हुए हैं। यहाँ हर तरफ बस नोट बटोरने की ही होड़ लगी हुई थी। इस वीडियो में यह भी स्पष्ट दिख रहा है कि जैसे ही यह बारात मैरिज हॉल में पहुंची, दुल्हे के पिता, दोस्त और रिश्तेदारों ने अतिथियों पर डॉलर और नोट बरसाने शुरू कर दिए। वहीं अब सोशल मीडिया पर हेलिकॉप्टर से नोट बरसाने के इस फालतू खर्च की अब कड़ी आलोचना भी हो रही है। इतना ही नहीं लोग अब दुहाई देते हुए यह लोग कह रहे हैं कि इतने पैसे में कई गरीब पाकिस्तानी लड़कियों का घर बस सकता था।
गौरतलब है कि पाकिस्तान को कंगाल बनाने पर लगे वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान अब अपने देश के नागरिकों को सिर्फ बड़े कर्ज के जाल में फंसाते जा रहे हैं। जहाँ अभी हाल ही में पाकिस्तान की संसद में इमरान खान सरकार ने यह कबूल किया है कि अब हर पाकिस्तानी के ऊपर अब 1 लाख 75 हजार रुपये का कर्ज है। वहीं इसमें इमरान खान की सरकार का योगदान 54901 हजार रुपये रुपये है, जो कर्ज की कुल राशि का 46 % हिस्सा है। आपको यह भी बता दें कि कर्ज का यह बोझ यहाँ के गरीब पाकिस्तानियों के ऊपर बीते दो साल में बढ़ा है। वह भी तब, जब इमरान ने पाकिस्तान की सत्ता अपने हाथों पर ली थी तब देश के हर नागरिक के ऊपर 120099 रुपये का कर्ज सवार था।