अजीब: ‘थप्पड़’ मारकर ‘इस’ देश में महिलाओं की सुंदरता में लगते है चारचांद, 50 थप्पड़ खाने से आता है निखार

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    नई दिल्ली: सुंदरता और स्त्री का मानों एक अटूट बंधन है, दुनिया में हर महिला खूबसूरत दिखना चाहती है, ऐसे में अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए महिलाएं हर तरह की मुमकिन कोशिश करती है। इसके लिए वे सभी तरह के नुस्के का उपयोग करती है। लेकिन सुंदरता बढ़ाने के लिए आज हम जिस प्रयोग के बारे में आपको बताने जा रहे है, वो शायद अभी तक आपने नहीं सूना होगा। आइए जानते है…. 

    अजीबोगरीब थेरेपी 

    दरअसल आपको बता दें कि दुनिया में महिलाओं की सुंदरता बढ़ाने के लिए एक अजीबोगरीब थेरेपी है, उस थेरेपी का नाम है (Slap Therapy) स्लैप थेरेपी। जी हां चौंक गए ना? बता दें कि इस थेरेपी में थप्पड़ मारकर लोगों की सुंदरता बढाई जाती है। इसे स्लेप थेरेपी (Slap Therapy in South Korea) के नाम से जाना जाता है। आपको बता दें कि यह साउथ कोरिया (South Korea) में बहुत ही ज्यादा पॉपुलर है। 

    हर रोज 50 थप्पड़ 

    आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन स्लेप थेरेपी का इस्तेमाल साउथ कोरिया में महिलाएं सैकड़ों सालों से करती आ रही हैं। इसमें महिलाएं अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए अपने गालों में हर रोज 50 थप्पड़ खाती हैं। माना जाता है कि इस थेरेपी से त्वचा में निखार आता है। इससे महिलाएं पहले से ज्यादा सुंदर हो जाती हैं। इसलिए यहां सुंदरता बढ़ाने के लिए इस अजिबोगरीब नुस्के का इस्तेमाल किया जाता है। 

    सैकड़ों सालों की प्रथा 

    लेकिन आपको बता दें कि स्लेप थेरेपी का मतलब यह नहीं कि किसी को तेज थप्पड़ मारा जाए। इसमें बहुत आराम-आराम से और हल्के हाथों से गालों पर थप्पड़ लगाया जाता है। यह थेरेपी का इस्तेमाल महिलाएं स्वयं अपने हाथों से कर सकती हैं। ये समझ लीजिए कि आपको अपने हाथों से अपने दोनों गालों का तेज थपथपाना होगा। भले ही ये थेरेपी साउथ कोरिया में प्राचीन काल से प्रचलित है, लेकिन धीरे-धीरे पूरी दुनिया में यह थेरेपी फैल रही है। इसका उपयोग अब दुनिया में कई साड़ी महिलाएं अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए कर रही है।

     

    इस वजह से थप्पड़ है असरदार 

    जैसा की हमने आपको बताया की साऊथ कोरिया में महिलाएं अपने गालों पर थप्पड़ खाकर अपनी सुंदरता बढ़ती है, तो आपके मन में सवाल आया होगा की आखिर थप्पड़ खाकर भला कैसे सुंदर दिखा जा सकता है? तो चलिए अब हम आपको इसका भी जवाब दे देते है। दरअसल साउथ कोरिया के लोग मानते हैं कि इस थेरेपी के जरिए जब गालों पर हल्के थप्पड़ लगाए जाते हैं तो चेहरे के प्रत्येक हिस्से में ब्लड का फ्लो तेज हो जाता है। 

    इससे स्किन को साफ होने में मदद मिलती है। थप्पड़ खाने से चेहरे पर खून बहाव ताजे तरीके से होने लगता है। इससे चेहरा ग्लो करने लगता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि साउथ कोरिया की महिलाएं इस थेरेपी का इस्तेमाल प्रतिदिन करती हैं। 

    ‘एंटी एजिंग थेरेपी’ 

    दरअसल साऊथ कोरिया की महिलाएं बचपन से ही इस थेरेपी का इस्तेमाल करने लगती हैं। इसलिए बड़े होकर भी उनकी स्किन इतनी ग्लो करती रहती है। महिलाओं के अलावा साउथ अफ्रीका में पुरुष भी इस थेरेपी का इस्तेमाल करते हैं। कोरिया के लोगों का मानना है कि इस थेरेपी का सही तरीके से इस्तेमाल करने पर त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाकर रखा जा सकता है। इस कारण इसे ‘एंटी एजिंग थेरेपी’ भी कहते हैं। अब इस अजीबोगरीब थेरेपी को साउथ कोरिया के अलावा दुनिया के सभी देशों में धीरे-धीरे फ़ैल रही है।