थाईलैंड (Thailand) में ‘आपदा को अवसर में बदलना’ मुहावरे का एक सच्चा उदाहरण देखने को मिला। थाईलैंड में एक नदी के किनारे रेस्टॉरेंट के मालिक टिटिपोर्न जुतिमानोन (Titiporn Jutimanon) ने यह बात साबित कर दिया है। रेस्टॉरेंट कोरोना महामारी के कारण पहले से ही ठप्प पड़ा हुआ था और फिर अचानक आए बाढ़ ने ‘गरीबी में आटा गीला’ कर दिया। लोगों की परेशानी बढ़ गई, लेकिन रेस्टॉरेंट के मालिक ने कुछ नया करने का ठाना।
बाढ़ आने के बाद भी चालू रखा रेस्टॉरेंट
चाओ फ्राया नदी (Chao Phraya River) बढ़ता पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुस गया। कई दुकानदारों ने पानी से बचने के लिए दुकान बंद करके चले तो कुछ ने वहीं रहने की ठानी। टिटिपोर्न का रेस्टॉरेंट बाढ़ के बावजूद खुल रहा और यहां पर कुछ ऐसा अरेजमेंट किया कि लोग आकर आराम में फूड का लुत्फ उठा सके। इस दौरान नदी में चलने वाले नाव भी यहां आकर रुक रही हैं और रेस्टॉरेंट के फूड का आनंद उठा रहे हैं। रेस्टॉरेंट के किनारे आने वाली लहरें सेंटर ऑफ अट्रैक्शन है।
किनारे यूं खोले रखा रेस्टॉरेंट
बैंकॉक के नोंथबुरी में चाओ फ्राया नदी के किनारे एंटीक कैफे चलाने वाले टिटिपोर्न ने कहा, ‘कस्टमर्स को नदी के लहरें बेहद ही पसंद आती हैं और मैंने इसका फायदा उठाते हुए, लहरों के किनारे पर रेस्टॉरेंट को चालू रखा। मुझे लगा कि यह एक संकट की घड़ी है, लेकिन एक आइडिया ने इसे अवसर में बदल दिया। ‘
Instead of closing for the floods, Titiporn’s eatery is making waves in Thailand, staying open for customers who are reveling in shin-deep dining, and the thrill of avoiding the rush of water set off as boats go by 2/5 pic.twitter.com/SnlwW4Jh0B
— Reuters Science News (@ReutersScience) October 7, 2021
भीगी कुर्सियों पर बैठे दिखे ग्राहक
इंटरनेट पर पानी में भीगी कुर्सियों पर बैठे ग्राहकों का वीडियो वायरल हो गया है। गौरतलब हो कि पिछले कुछ सप्ताह में थाईलैंड के उत्तरी और मध्य प्रांत बाढ़ की चपेट में आ गए, जिससे बैंकॉक की प्रसिद्ध नदी का जलस्तर बढ़ गया। COVID-19 लॉकडाउन के दौरान टिटिपोर्न का बिजनेस बंद था, लेकिन उसे अब खुशी है कि इस बार उसने बाढ़ का सामना करने का फैसला किया।