नई दिल्ली: भूमि मार्ग के माध्यम से अफगानिस्तान (Afghanistan) में खाद्यान्न भेजने के लिए भारत (India) से पाकिस्तान (Pakistan) के रस्ते गेहूं पहुंचाने की योजना है। इस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में एक तालिबान (Taliban) प्रतिनिधिमंडल से कहा कि, उनका देश परिवहन के लिए “अफगान भाइयों” के अनुरोध पर “अनुकूल रूप से विचार” करेगा।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि, अफगानिस्तान में सर्दियों के आने के करीब हैं और देश में मौजूदा स्थिति को देखते हुए अलग-अलग विकल्पों पर बातचीत की जा रही है। खान के कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि, प्रधानमंत्री इमरान खान ने बताया कि वर्तमान संदर्भ में, पाकिस्तान अफगानिस्तान के भाइयों द्वारा मानवीय उद्देश्यों के लिए असाधारण आधार पर पाकिस्तान के माध्यम से भारत द्वारा दिए गए गेहूं के परिवहन के अनुरोध पर अनुकूल रूप से विचार करेगा और तौर-तरीकों के अनुसार काम करेगा।”
वहीं खबर में तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के हवाले से बताया गया है कि, समूह के वित्त और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल के वरिष्ठ सदस्यों के साथ खान से मुलाकात के बाद बयान जारी किया है। पाकिस्तान के पीएमओ के बयान में कहा गया है कि, खान ने “अफगानिस्तान और अफगान लोगों को उनके देश के सामने आने वाली गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए पाकिस्तान के समर्थन की पुष्टि की है।”
वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान (Afghanistan) के लिये विश्व खाद्य कार्यक्रम की प्रमुख सेसिलिया गार्जों ने कहा कि अफगानिस्तान के लिये मानवीय आधार पर खाद्य सहायता देने के संबंध में संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (यूएनडब्ल्यूएफपी) और भारत के बीच बातचीत जारी है। गार्जों ने देशों से अपील की कि वे युद्ध से प्रभावित रहे अफगानिस्तान में परिवारों की मदद के लिये हर संभव प्रयास करें जो विश्व के सबसे बड़े मानवीय संकट का सामना कर रहा है।
अफगानिस्तान में खाद्य संकट के स्तर और प्रकृति की चर्चा करते हुए गार्जों ने कहा कि कई तरह के कारकों के कारण परिवारों तक भोजन की पहुंच पर गंभीर प्रभाव पड़ा है।