नई दिल्ली. जहां एक तरफ चीन (China) में जानलेवा कोरोना संक्रमण (Corona Pandemic) से अनेकों लोग मर रहे हैं। वहीं चीन के सभी अस्पतालों में हाल बेहाल हैं। इसके बावजूद अब तक चीन कोरोना के नवीनतम आंकड़े विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को नहीं दे रहा है। ऐसे में अब चीन की इस रणनीति का खामियाजा पूरे विश्व को उठाना पड़ेगा, दरअसल WHO का मानना है कि चीन का डेटा नहीं मिलने से यहां की ताजा स्थिति का अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा है, जिससे संक्रमण को बढ़ने से रोकने में परेशानियों का आगे भी सामना करना पड़ सकता है।
WHO:चीन छुपा रहा आंकड़े
WHO का साफ़ कहना है कि, चीन के अस्पतलों से कोरोना का नया डेटा नहीं मिल रहा है, क्योंकि देश ने अपनी शून्य कोविड नीति को अब छोड़ दिया है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में यहां लोग संक्रमित हो रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने कहा कि हम चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों की खबरों को लेकर बेहद चिंतित हैं। साथ ही उनका कहना है कि, चीन में कोरोना की गंभीरता, विशेषकर अस्पतालों और गहन देखभाल इकाइयों में भर्ती मरीजों को लेकर और सटीक जानकारी की जरूरत है, ताकि जमीन पर स्थिति का व्यापक आकलन किया जा सके। चीन का सटीक आंकड़ा पहली बार 3साल पहले सामने आया था।
मौतों का सच छुपा रहा चीन
रॉयटर्स की मानें तो उनके अनुमान के अनुसार, चीन ने बड़ी संख्या में अपने यहां हुई मौतों को छुपाया है। हालांकि यूरोपियन यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट में ग्लोबल पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर एडम कामरेड-स्कॉट ने का कहना है कि, कई देश अक्सर बीमारी के प्रकोप की सीमा को छिपाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, “अकेले चीन की आलोचना करना ठीक नहीं है, क्योंकि दुनिया के कई ऐसे देश हैं, जिन्होंने बिलकुल भी कोरोना मामलों की कोई सूचना नहीं दी है।”
हालांकि अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन ने कोरोना संक्रमणों की कोई विस्तृत संख्या जारी नहीं की है, लेकिन चीन में संक्रमण दर 50% से अधिक हो सकती है, यहां तक कि सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में यह संख्या 70% से ज्यादा हो सकती है।