लंदन. भारत में भले ही कोरोना वायरस (Coronavirus) कमजोर पड़ गया है लेकिन कोरोना के नियमों का पालन नहीं करना काफी महंगा पड़ सकता है। देश में रोजाना सात हजार से अधिक नए कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप ऑफिस (World Health Organization Europe office) ने कोरोना वायरस (COVID-19) की मौजूदा स्थिति पर बड़ी चेतावनी दी है। WHO के यूरोप ऑफिस (WHO Europe Office) के अनुसार ठंड के बाद बसंत तक कोरोना से सात लाख मौतें और हो सकती हैं। WHO यूरोप ने ये अनुमान 53 देशों को लेकर लगाया है।
WHO यूरोप के अनुसार लोग कोरोना वायरस काफी हल्के में ले रहे हैं और सुरक्षा नहीं बरत रहे हैं। ऐसे में अब अतिसंवेदनशील लोगों को बूस्टर डोज दिए जाने की जरूरत है। उन लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की जरूरत है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। इसके अलावा 60 साल से ऊपर की उम्र वाले लोगों को बूस्टर डोज दिया जाना चाहिए।
#COVID19 vaccines are vital to curb severe disease & death, and reduce pressure on hospitals. But to prevent infection and transmission we need vaccines PLUS other protective 😷measures. Spoke to @dwnews today
👇 https://t.co/UaYKCyCcbi— Hans Kluge (@hans_kluge) November 21, 2021
उधर जेनेवा के WHO के अंतरराष्ट्रीय हेडक्वार्टर ने इस साल के अंत तक बूस्टर डोज लगाने पर रोक लगाने को कहा है। WHO के अनुसार विकासशील देशों में वैक्सीन लगना जरूरी है, इन विकासशील देशों में अब भी वैक्सीन की कमी है। अमीर देशों के मुकाबले इन देशों में वैक्सीन की कमी बनी हुई है।
WHO यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक डॉ क्लूगे का कहना है कि इस समय यूरोप और मध्य एशिया में कोरोना की स्थिति काफी चिंताजनक है। वहीं ठंड के मौसम में इसका और सामना करना होगा। लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगवानी चाहिए और साफ सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए। साथ ही सामाजिक दूरी बनाए रखना और कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए। डॉ क्लूगे के अनुसार यूरोप में पिछले एक सप्ताह के अंदर हर दिन 4200 मौतें हुई हैं। वहीं पुरे यूरोप में अब तक कोरोना वायरस से 15 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।