तुअर बिक्री का 3.43 करोड़ रुपये. का बकाया अटका

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यवतमाल. दारव्हा तहसील के किसानों ने सरकारी केंद्रों पर नाफेड को बेची तुअर के 3 करोड 43 लाख 50 हजार के चुकारे अब तक नही मिले है. कई दिनों से चुकारे अटके होने से किसानों में रोष पनप रहा है. नाफेड को तुअर या अन्य अनाज बेचने के बाद 24 घंटे के भीतर उसका बकाया देने के सरकार के निर्देश है. पर कई माह बाद भी किसानों को उनके अधिकार के पैसे नही मिले है. ऐसे में अब राशि कब मिलेगी, किसान ये सवाल पुछ रहे है.

गत खरीफ मौसम में सरकारी खरीद केंद्रो पर तुअर बेचने के लिए तहसील के 3 हजार 306 किसानों ने ऑनलाइन तथा 1 हजार 662 किसानों ने ऑफलाइन समेत कुल 4 हजार 968 किसानों ने पंजीयन कराया था. इस वर्ष कुल 8 हजार 321 क्विंटल 50 किलो तुअर की खरीद की गई. इसमें कुछ किसानों के खातों में 2 हजार 399 क्विंटल के एक करोड 39 लाख 14 हजार 200 रू. जमा हुए.

पर गत तीन माह से 422 किसानों के 5 हजार 922 क्विंटल तुअर के 3 करोड 43 लाख 50 हजार रूपए मिले ही नही. ऐसे में इन किसानों को लॉकडाउन तथा खेती के समय तंगी से निपटना पड रहा है. खरीफ में आवश्यकता होने पर भी पैसे नही मिले. अब और कितने दिन प्रतिक्षा करें, यह सवाल    किया जा रहा है. तत्काल उनके बैंक के खाते में बकाया राशि जमा करने की मांग किसान कर रहे है.