जिले में नकली बीज की 4,449 शिकायतें, 16 तहसीलों में यही है हाल

Loading

यवतमाल. जिले की सभी 16 तहसीलों में नकली बीज की कुल 4,449 किसानों ने शिकायतें की है. इनमें से सबसे अधिक महाबीज की 1,102, ईगल की 963 तथा अन्य कंपनियों की 431 शिकायतों का समावेश हैं. इस वर्ष सोयाबीन की किसानों ने बुआई की, किंतु अधिकांश किसानों के बुआई किए बीज ही अंकुरित नहीं हुए.

कंपनियां ही जिम्मेदार
इससे यह बात साफ हो गई कि कंपनियों की ओर से नकली बीज की आपूर्ति की गई है. नकली बीज की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं. खरीफ सत्र में जिले में पौने तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बुआई की गई, किंतु इस वर्ष नकली बीज कंपनियों की ओर से किसानों पर थोपे गए. इसमें बीज कंपनी तथा वितरकों की मिलीभगत का संदेह भी व्यक्त किया जा रहा है. 

40 के 90 में खरीदे
40 रुपए किलो के सोयाबीन बीज 90 रुपए किलो के दाम से किसानों ने खरीदे. प्रमुख वितरकों ने कृत्रिम किल्लत पैदा कर अधिक दाम में सोयाबीन बीज की बिक्री कर किसानों की लूट की. उसके बाद यह बीज अंकुरित नहीं होने पर किसानों को भारी झटका लगा. उन्होंने बड़े पैमाने पर कृषि विभाग में इसकी शिकायतें की है. कूल 4,449 शिकायतों में से 2,499 के पंचनामे तहसील कृषि विभाग ने किए हैं. इनमें से 558 किसानों को कंपनियों की ओर से क्षतिपूर्ति दी गई है. हालांकि अब हजारों किसानों के हुए नुकसान का पंचनामा नहीं किया गया है. इन सभी किसानों के पंचनामें कब होंगे और उन्हें क्षतिपूर्ति कब मिलेगी, यह सवाल किसानों की ओर से किया जा रहा है.

समझौते के लिए कंपनियां तैयार
जिले में हजारों किसानों ने नकली सोयाबीन बीज की आपूर्ति किए जाने की शिकायत की हैं. हालांकि अभी तक इस संबंध में एक भी मामला पुलिस थाने में दर्ज नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि पुलिस थाने में मामले दर्ज होने के डर के चलते कंपनियां अब समझौता करने के लिए तैयार हो रही हैं.