district level committee, Yavatmal

  • जिलाधिकारी ने की मामलों की समीक्षा

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यवतमाल. जिले में किसान आत्महत्या के मामलों को सुलझाने और ऐसे परिवारों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी एम. देवेंद्र सिंह ने जिला स्तरीय समिति की समीक्षा की और कुल 9 मामलों का निपटारा किया.

बाभुलगांव तहसील के कृष्णापुर से विजय विठ्ठल दहफले, आर्णी तहसील के जांब से आतिश नरसिंह पवार, आर्णी तहसील के बोरगांव से केशव मधुकर पवार, वणी तहसील में उमरी से सुनील भवानी देवालकर, दारव्हा तहसील के ब्रम्हणगांव से राजेश परसराम चव्हाण, नेर तहसील के घेई से भीमराव नामदेव राठोड़, नेर तहसील के लोहतवाड़ी के विनोद सुखदेव राठोड़, दिग्रस तहसील के सिंगद से नारायाण भासू राठोड़ एवं कलंब तहसील के मेटीखेड़ा से महादेव वसंतराव जगताप के मामले निपटाए गए.

परिवारों को लाभ प्रदान करें

किसान आत्महत्या के मामले में परिवारों को खेत में नरेगा के तहत कुओं, साथ ही खेत में पंप, पर्याप्त व्यवसाय के लिए गाय और भैंस का वितरण, खेतों का आवंटन आदि प्रदान किया जाना चाहिए. जिलाधिकारी ने संजय गांधी निराधार योजना के तहत परिवार को लाभ प्रदान करने का भी निर्देश दिया. एक सप्ताह के भीतर, संबंधित उप तहसीलदार, पटवारी, पुलिस पाटिल और ग्रामसेवक को किसान आत्महत्याग्रस्त परिवारों से सभी दस्तावेज तैयार करने चाहिए. 

निवासी उप जिलाधिकारी ललित कुमार वरहाड़े, जिला शल्य चिकित्सक डा. तरंगतुषार वारे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरी पवार, जिला उप निबंधक रमेश कटके, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी (पंचायत) अरविंद गुडधे, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी मनोज चौधरी, पशुसवंर्धन विभाग के उपायुक्त डा. बीआर रामटेके, जिला अग्रणी बैंक व्यवस्थापक अमर गजभिये, प्रकल्प अधिकारी आत्माराम धाबे आदि समेत संबंधित गांव के पटवारी, पुलिस पाटिल, नायब तहसीलदार आदि उपस्थित थे.