Demand to compensate the farmers affected by excessive rain

    Loading

    • लगातार बारिश से फसल खतरे में

     यवतमाल. इस साल जिले में भारी बारिश हुई है. जिले के सभी 16 तहसिल में जून और जुलाई के महीनों में औसत से अधिक बारिश हुई है. लगातार हो रही बारिश से खेत में खरीफ की फसल अब खतरे में है. ऐसे में किसानों की चिंता और बढ़ गई है.

    जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश के कारण लगभग सभी तहसिल में औसत से अधिक वर्षा हो गई है. कुछ ही दिनों में भारी बारिश के कारण, कुछ तहसिल में नदियाँ और नाले बहने लगे हैं. नदियों और नालों में बढ़ते जल स्तर के कारण बारिश ने आसपास के खेतों में घुसपैठ कर ली है.

    कुछ इलाकों में तेज बारिश के कारण खेतों में तालाब बन गए हैं. इसके अलावा कुछ इलाकों में बारिश का पानी बह जाने से पूरा खेत उजड़ गया है. दो दिन पहले चार तहसिल में भारी बारिश हुई थी. उससे बारह दिन पहले आठ तहसिल में भारी बारिश हुई थी. जिले में अब तक हुई बारिश से 10 हजार हेक्टेयर में फसल प्रभावित हुई है.

    कलेक्टर ने इसमें हुए नुकसान का जायजा लेने के आदेश दिए हैं. इससे कृषि विभाग ने खेतों में जाकर पंचनामा कराने का काम शुरू कर दिया है.जिले में जुलाई की शुरुआत में बारिश शुरू होने के बाद कुछ दिनों तक बारिश होती रही. नतीजतन, किसानों को दोहरी बुवाई के संकट का सामना करना पड़ रहा था.

    दो बांधों के खुले दरवाजे

    जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने लगभग सभी बांध,प्रकल्प में जलस्तर बढ़ा दिया है. बांध के ओवरफ्लो होने की संभावना है. परियोजना में जल संग्रहण में वृद्धि के कारण बेंबला बांध के दो गेट 10 सेमी और अडान बांध के पांच गेट 5 सेमी से खोल दिए गए हैं. इसमें से पानी की निकासी शुरू कर दी गई है.