5 जून के पहले सभी पंजीयन किया कपास खरीदेगे – पालकमंत्री

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यवतमाल. जिले के जीन किसानों ने लॉकडाउन के दौरान 20 से 30 अप्रैल तक कपास बक्रिी पंजीयन किया था उनमे से बचे कुल 17500 वैध पंजीयन धारकों का कपास 5 जून 2020 के पहले खरीदा जाएगा, यह जानकारी पालकमंत्री संजय राठोड ने दी है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में व्हीसी द्वारा ली गई सभा के बाद हुई जायजा सभा में वे बोल रहे थे. यवतमाल जिले में 2019-20 के कपास मौसम में आजतक कुल 2 लाख 45 हजार 454 कपास उत्पादकों द्वारा 50 लाख 27 हजार 172 क्विंटल कपास खरीदा गया. कोरोना के प्रभाव से लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च से 2 मई 2020 तक कपास खरीदी बंद होने से किसानों को काफी त्रासदी हुई ऐसा भी पालकमंत्री ने बताया.

लॉकडाउन के दौरान कपास खरीदी संबधी सुक्ष्म नियोजन कर 20 से 30 अप्रैल तक कुल 30 हजार 876 उत्पादकों ने बाजार समितियों में पंजीयन किया. जिले के कुल 52 जिनिंग में से 44 जिनिंग यह सीसीआय और कॉटन फेडरेशन समेत करारबध्द थे, लेकिन लॉकडाउन से मजदूर अपने राज्य में लौटने से 28 जिनिंग शुरू की गई और फिर से कपास खरीदी प्रारंभ की गई. 22 मई तक कुल 12 हजार पंजीकृत कपास उत्पादकों से 3 लाख 19 हजार 534 क्विंटल कपास सीसीआय और कपास फेडरेशन ने खरीदा. आज कुल 17 हजार 432 कपास उत्पादकों का माल खरीदना बाकी है. इसका नियोजन किया गया है. 5 जून तक रोज 900 वाहन नुसार कपास खरीदा जाएगा, ऐसी जानकारी उपजिला निबंधक, सहकारी संस्था ने दी है.

पंजीकृत कपास उत्पादकों का सर्वे
जिले में 20 मई से तहसील स्तर पर सर्वे शुरू किया गया है. जिनके पास कपास होगा ऐसे उत्पादकों को बाजार समिती टोकन देकर कपास खरीदी संबधी एसएमएस भेजेगी. एसएमएस मिलने के बाद किसान अपना कपास बाजार समिती में अथवा जिनिंग में बक्रिी के लिए लाए ऐसा आह्वान किया गया है.

मुस्लीम भाईयों का पालकमंत्री ने माना आभार
मुस्लीम भाईयों का पवत्रि रमजान त्योहार जिले में मनाया गया. कोरोना की तर्ज पर रमजान ईद अवसर पर सभी समाज भाईयों ने सरकार और प्रशासन के आदेश का पालन कर यह त्योहार सादगी से मनाया. मुस्लीम भाईयों ने अपने घर में ही नमाज अदा की, जिससे कही भी भीड नही हुई. कोरोना संक्रमन रोकने के लिए यह सराहनिय कार्य है, ऐसा कहकर पालमंत्री राठोड ने सभी मुस्लीम भाईयों का आभार माना है.