2 रे दिन भी लाभार्थी अनशन पर, पीएम आवास योजना की किश्तें प्रलंबित

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उमरखेड़. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निधि की कमी ने लाभार्थियों को बेघर कर दिया. शहर में गरीब और जरूरतमंद लाभार्थियों ने नियमित रूप से आवेदन करके घर बनाने शुरू तो किए. घरकुल की किश्तें नहीं मिलने से लाभार्थियों ने नप कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया, जो दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा.

योजना के पहले और दूसरे डीपीआर के कई लाभार्थियों ने अपने घरकुल के निर्माण के लिए कर्ज लिया है और ऋण पर अपने घर बनाए हैं. लंबित मामलों के लिए नप प्रशासन को बार-बार मौखिक और लिखित ज्ञापन सौंपे गए. ढाई से तीन साल बीतने के पश्चात घरकुल की पूर्ण किश्त नहीं मिलने से संतप्त लाभार्थियों ने आमरण अनशन छेड़ दिया है.

घरकुल की शेष किश्तों को लाभार्थियों के खातों में जमा करने, प्रशासन ने जल्द नप अंतर्गत निर्माण हुए सभी घरकुल लाभार्थियों शेष राशि की किश्त देने आदि समेत विविध मांगों को लेकर लाभार्थी संजय गंगाधर चेके, सचिन पिंजरकर आदि समेत अन्य लाभार्थी अनशन पर बैठ गए है. जब तक घरकुल की शेष किश्तें खातों में जमा नहीं होती, तब तक आंदोलन खत्म नहीं करने की भूमिका आंदोलनकर्ताओं ने अपनाई है.

राज्य और केंद्र के चक्कर में लाभार्थी फंसे

नगर पालिका प्रशासन से आवास योजना के बकाया के बारे में बार-बार पूछा गया है. पिछली राज्य सरकार ने उनके बकाये का भुगतान किया है. केंद्र सरकार ने अभी तक रुपये का भुगतान नहीं किया है.  महाविकास आघाड़ी सरकार ने केंद्र से निधि नहीं मिलने की बात कही. उल्लेखनीय है कि भाजपा की नगराध्यक्ष है.

सरकारी निधि आवंटित की

कुछ लाभार्थियों को केंद्र से और कुछ को राज्य सरकार से निधि प्राप्त हुआ है. निधि के अनुसार वितरण भी किया गया है. शेष बकाया निधि के लिए पत्राचार किए जा रहा है. निधि प्राप्त होते ही इसका वितरण किया जाएगा. 

-चारुदत्त इंगुले, सीओ, नप.