बढते संक्रमण में बेफिक्र ना रहे नागरिक, जिलाधिकारी ने किया आह्वान

  • जिले का मृत्युदर 2.68 फीसदी, ठिक होने का दर 63 फीसदी
  • पाजिटिव मरिज दर है 7.7 फीसदी

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यवतमाल. जिले में कोरोनाबाधितों का आकडा तेजी से बढ रहा है. गत चार दिनों में रोज पाजिटिव मरिजों की संख्या सौ के पार है. सरकारी धोरण हम  ‘अनलॉक’ प्रक्रिया में है, नागरिकों ने जिम्मेदारी से रहना अपेक्षित है. लेकिन नागरिक कोरोना संक्रमण को अब भी गंभीरता से नही ले रहे. स्वयं के लिए, परिवार के लिए बेफीक्र रहना छोड दे ऐसा आह्वान जिलाधिकारी एम.डी.सिंह ने किया. जिले की कोरोना संबंधी जानकारी देने के लिए नियोजन भवन में पत्रपरिषद का आयोजन किया गया था. इस समय वे बोल रहे थे.

इस समय मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.श्रीकृष्ण पांचाल, पुलिस अधिक्षक एम. राजकुमार, अपर जिलाधिकारी सुनील महिंद्रीकर, निवासी उपजिलाधिकारी ललितकुमार व-हाडे, वैद्यकीय महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. आर.पी.सिंह, कोरोना नियंत्रण समन्वयक डा. मिलिंद कांबले, जिला शल्य चिकित्सक डा. तरंगतुषार वारे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. पी.एस.चव्हाण आदी उपस्थित थे. जिले में तीन पाजिटिव मरिजों से प्रारंभ हुई. आज यह आकडा 1865 पर पहुचा. अब भी नागरिक गंभीर नही, यह बात चिंताजनक है. कई लोग बिनामास्क, सोशल डिस्टन्सिंग का पालन नही करते पाए जाते है. सरकार उनसे जुर्माना वसुलती है, लेकिन कार्रवाई के बजाय नागरिक अपनी और अपने परिवार की  फीक्र करें, कोरोना में  प्रशासन द्वारा कुछ अलग करने की जरूरत नही, सभी सरकारी निर्देशनुसार ही होता है. जिले में ‘होम आयसोलेशन’ शुरू किया गया है. अबतक 44 लोगों को यह सुविधा दी गई.

इस संबधी सरकार ने मार्गदर्शक सुचना जारी की है. लक्षण ना होने पर भी पहले दो दिन कोविड केअर सेंटर में जाच की जाती है. होम आयसोलेशन जिन्हे चाहिए उनके यहा स्वतंत्र रूम, स्वतंत्र शौचालय की व्यवस्था जरूरी है. पल्स ऑक्सीमीटर उसने स्वयं खरीदकर स्वयं का एसपीओटू चेक करे और डाक्टर को इस संबधी अवगत करे. साथही दुसरे जिले में इलाज की  सुविधा आदी सरकारी मार्गदर्शक सुचना नुसार दी जा रही है. निजी डाक्टरों ने सर्दी, खांसी के मरिज जांच संबंधी प्रशासन द्वारा कोई निर्बंध नही लगाए गए है. ॲन्टीजन किट के लिए पालकमंत्री संजय राठोड ने 2 करोड रू. मंजूर किए है. इसमें जिले के लिए 32500 किट खरीदी गई. और 30 हजार किट खरीदी करने को मंजूरी दी गई, ऐसा भी जिलाधिकारी ने बताया.

10 मार्च को जिले में सबसे पहले पाजिटिव मरिज पाए गए थे. आज यह संख्या 1865 पर गई है. इसमें से 1250 लोग ठिक होकर घर लौटे. इसमें  707 पुरुष और 543 महिला है. जिले में  579 एक्टीव और पाजिटिव तथा अन्य जिलों के पाच लोग ऐसे कुल 584 एक्टीव पाजिटिव मरिज दाखिल है.  ढाई माह में अर्थात 29 मई तक पहले 150 से 160 मरिजों में एक भी कोरोनाबाधित मरिजों की मौत नही हुई थी.  जिले में अबतक सारी के 581 मरिज दाखिल हुए है. इसमें से 56 पाजिटिव आए है. सारी और कोरोना पाजिटिव 43 और केवल सारी के 42 लोग ऐसे कुल 85 की मौत हुई है.  जिले में मृत्यु दर यह 2.68 फीसदी है. पाजिटिव मरिज का दाम यह 7.7 फीसदी है. पाजिटिव दर यह 10 फिसदी से कम रहना चाहिए ऐसा भी जिलाधिकारी ने बताया.