Pusad Corona

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    यवतमाल. जिले में कोरोनाबाधित रोगियों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने और जिले में मृत्युदर कम करने जिला प्रशासन ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. जिलाधिकारी व मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ स्वास्थ्य प्रणाली भी छुट्टियों पर ऑन-फील्ड यात्राओं का संचालन कर रही है. शुक्रवार को जिलाधिकारी अमोल येडगे ने कोविड केयर सेंटर, टीकाकरण केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और दारव्हा, दिग्रस और पुसद में प्रतिबंधित क्षेत्र का दौरा किया.

    लोगों को किया मार्गदर्शन

    जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. श्रीकृष्ण पांचाल, जिला सर्जन डा. तरंगतुषार वारे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरि पवार और तहसील स्तर के अधिकारी उपस्थित थे. जिलाधिकारी ने सबसे पहले दारव्हा तहसील के उप-जिला अस्पताल और शहर में प्रतिबंधित क्षेत्र के कोविड केयर सेंटर का दौरा किया. नगर परिषद में एक बैठक भी की और मार्गदर्शन दिया. जिसके पश्चात दिग्रस तहसील के राजस्व के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व दिग्रस शहर के शास्त्री वार्ड प्रतिबंधित क्षेत्र एवं कोविड केअर सेंटर का दौरा कर अस्पताल में के टीकाकरण की समीक्षा की.

    दोपहर के सत्र में उन्होंने उप-जिला अस्पताल, नागरिक स्वास्थ्य केंद्र, पुसद में प्रतिबंधित क्षेत्र का दौरा किया. जिलाधिकारी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कोरोना के संपर्क में रहने वाले नागरिकों की खोज की. परीक्षण करने के लिए प्रणाली का परीक्षण करने, परीक्षण की संख्या बढ़ाने, कर्मचारियों और दूकानदारों के 100 फीसदी टीकाकरण को पूरा करने, दैनिक जानकारी को ऑनलाइन और 100 फीसदी डाटा एंट्री पूर्ण अपलोड करने का निर्देश दिया. 

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    ग्रामीण में 55 और शहर में 50 टीकाकरण केंद्र

    वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में 55 टीकाकरण केंद्र और शहरी क्षेत्रों में 40 टीकाकरण केंद्र हैं. आगामी समय में टीकाकरण की गति बढाने सभी उपकेंद्रों स्तर पर कोविड टीकाकरण शुरू करने के निर्देश दिए है. प्रत्येक कर्मचारी, प्रतिष्ठित नागरिक, एनजीओ, संगठन को लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने का सुझाव दिया. होम क्वारंटाइन में शामिल लोगों को नियमों का सख्ती से पालन करने को कहा. एक सकारात्मक व्यक्ति के संपर्क में आने वाले नागरिकों को तुरंत जांच करनी चाहिए.  दारव्हा के उप-विभागीय अधिकारी जयंत देशपांडे, पुसद के उप-विभागीय अधिकारी डा. वेंकट राठोड़, चिकित्सा अधीक्षक अभय मांगे, तहसीलदार एसआर जाधव, मुख्य अधिकारी धीरज गोहडे, समूह विकास अधिकारी राजू शिंदे, तहसील के स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुकेश खांदवे, दिग्रस तहसीलदार राजेश वजीरे, मुख्याधिकारी शेषराव टाले, थानेदार सोनाजी आम्ले, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी कृष्णदास बानोत, गुटविकास खरोडे, डा. संजय जाधव, डा. आर. डी. राठोड आदि उपस्थित थे.