चातारी ग्रापं भ्रष्ट्राचार मामले में जांच समिति गठित

  • स्वाभिमानी के जिलाध्यक्ष ने छोड़ा अनशन

Loading

उमरखेड. उमरखेड तहसील के चातारी ग्रामपंचायत में 14 वें वित्त आयोग के फंड का दूरपयोग करते हुए निकृष्ट दर्जे के काम करके बडे पैमाने पर हुई अनियमितता के विरोध में और कडी जांच करने की मांग को लेकर स्वाभीमारी शेतकरी संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल माने ने 18 अक्तूबर से ग्रामपंचायत कार्यालय के सामने अनशन छेड दिया था. अनशन के दूसरे दिन ही भ्रष्ट्राचार मामले की जांच समिति का गठन किया गया. उसके बाद माने ने अनशन छोड दिया. 

जिप के वित्त व निर्माण सभापति राम देवसरकर इनका चातारी यह मुलगांव है. विकास के नाम पर 14 वें वित्त आयोग के फंड में भ्रष्टाचार कर विकास निधि का दूरपयोग किया. इस मामले में दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई न करते हुए नजरअंदाज किया. इस लिए माने ने अनशन का मार्ग अपनाया था, ऐसी प्रतिक्रिया अनशनकर्ता माने ने इस दौरान दी. इस समय विधानसभा के विधायक नामदेव ससाने, पंस सभापति प्रज्ञानंद खडसे, गुटविकास अधिकारी प्रविणकुमार वानखेडे ने अनशनस्थल पर भेट देकर अनशनकर्ता अनिल माने की मांग के अनुसार उक्त कार्यों की जांचपडताल के लिए सहायक गुटविकास अधिकारी  पुंडलीक सोनटक्के, विस्तार अधिकारी भिसे, कनिष्ठ अभियंता निचल आदि जांच समिति पारदर्शी जांच करेंगे और 20 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देंगे. जांच के बाद दोषी व्यक्ति पर कडी कार्रवाई की जाएगी, ऐसा आश्वासन पंस सभापति प्रज्ञानंद  खडसे ने देने से अनशनकर्ता समाधानी हुए. जिसके पश्चात विधायक नामदेव ससाणे, सभापती खडसे के हाथों नींबू शरबत देकर अनशन को समाप्त किया. इस समय गांव के नागरिक उपस्थित थे.