महागांव. विगत वर्ष कोरोना काल में नागरिकों व व्यापारियों को बहुत नुकसान हुआ है. नए साल में लोक किसी तरह कोरोना महामारी से बच गए. जीवन में वापस लौटने लगे है. उसमें मार्च की शुरुआत के साथ कोरोना की बढ़ती संख्या गरीब जनता और व्यापारियों को लाकडाउन डर सता रहा है.
पहले से ही बाजार के हालात बिगड़ गए है, उसमें कोरोना महामारी ने एक बार फिर अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. जिससे नागरिक व व्यापारियों से नाराजी के सुर उमट रहे हैं. सरकारी कार्यालय सहित बाजार में व्यापारियों का परीक्षण किया जा रहा है. कुछ स्वास्थ्य कर्मियों को वरिष्ठ नागरिकों, पुलिस कर्मियों आदि के लिए टीका लगाया जा रहा है.
नियमों का पालन नहीं करने वालों पर जुर्माना
तहसील में मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग भ्रामक है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क उपयोग नाम के समिति दिखाई दे रहा है. नगर पंचायत, पुलिस प्रशासन, तहसील विभाग से बार-बार सूचना और पालन न करनेवालों से जुर्माना वसूला जा रहा है. फिर भी नागरिक बिना मास्क से घूमते नजर आते हैं. सरकारी कार्यालयों, बैंकों, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरियों की धज्जियां उड़ी है.