यवतमाल. पिछले 2 महीने से सफाई को लेकर नगर पालिका में हंगामा हो रहा है. शहर में ठोस कचरे की समस्या गायब होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है. नाराज पार्षद ने मुख्याधिकारी के कक्ष के सामने धरना शुरू कर दिया. नगर परिषद में ठोस कचरा प्रबंधन की धज्जियां उड़ाने की बजाय नगरसेवकों का संयम और बिगड़ता जा रहा है. स्थायी समिति की बैठक में 2 महीने के ठोस कचरा प्रबंधन अनुबंध को मंजूरी दी गई. उसके 15 दिनों बाद भी ठोस कचरा संग्रहण का काम शुरू नहीं हुआ.
नप प्रशासन ने साधा मौन
पार्षद का आरोप है कि उन्हें नगर पालिका की ओर से कोई जवाब नहीं मिल रहा है. कांग्रेस पार्षद वैशाली सवाई ने यह मुद्दा उठाया. कूड़ा उठाने की समस्या से नगराध्यक्ष, मुख्याधिकारी व स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. पार्षद ने नगराध्यक्ष व मुख्याधिकारी के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज होकर नगराध्यक्ष कक्ष, मुख्याधिकारी कक्ष व स्वास्थ्य विभाग पर ताला लगाकर व्यवस्था का विरोध किया. विपक्ष के नेता चंद्रशेखर चौधरी, पार्षद विशाल पावड़े, पल्लवी रामटेके, संगीता कासार, प्रो. डॉ. अमोल देशमुख, जावेद अन्सारी आदि उपस्थित थे.