तबादले समुपदेशन के लिए ZP में भीड, सोशल डिस्टंसिंग की धज्जियां

  • कर्मियों में दहशत

Loading

यवतमाल. सरकारी निर्णय नुसार जिला परिषद के वर्ग 3 और वर्ग 4 कर्मियों के जिलाअंतर्गत सर्वसाधारण तबादलों के लिए जिला परिषद में  समुपदेशन शुरू है. इसके लिए हुई भीड पर काबु पाने में यंत्रणा सफल नही हुई. इसलिए यहा सोशल डिस्टंसिंग की धज्जीयां उडी हुई दिखाई दी.  जिला परिषद कार्यालय की ईमारत में  स्थायी समिति सभागृह के माले पर तबादले पात्र कर्मियों की खतरनाक भीड देखने के बाद कार्यालय के कर्मियों ने दहशत निर्माण हुई है. इस ईमारत में  प्रवेश के पहले आनेवाले अभ्यागत और कर्मियों की जांच तथा नाम पंजीयन किया जाता है. फिर भी ईमारत में तबादलों के लिए भीड करनेवाले कर्मियों की भीड सीढीयों पर, पोर्च में दिख रही है. 4 अगस्त से  तबादले के लिए समुपदेशन शुरू है.

अबतक महिला एवं बालकल्याण विभाग, पानीआपुर्ति विभाग, निर्माणकार्य, शिक्षा, सामान्य प्रशासन, पशुसंवर्धन विभाग में तबादले की  प्रक्रिया पूर्ण हुई. स्थायी समिति सभागृह में  अध्यक्ष कालिंदा पवार, उपाध्यक्ष बालासाहेब कामारकर, निर्माणकार्य सभापति राम देवसरकर, शिक्षा सभापति श्रीधर मोहोड, समाजकल्याण सभापति विजय राठोड, महिला एवं बालकल्याण सभापति जयश्री पोटे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.श्रीकृष्णनाथ पांचाल, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी सी.जी. चव्हाण की उपस्थिति में  समुपदेशन द्वारा तबादले की प्रक्रिया शुरू है. समुपदेशन के लिए शर्ते रखी गई है. इसमें  समुपदेशन के समय भीड ना हो यह प्रमुख है. भीड ना हो इसलिए सतर्क रहने की बात कही गई, जो तबादले के लिए पात्र है उन्हेही बुलाए.

समुपदेशन के समय कर्मि आपस में सामाजिक अंतर रखे इस ओर ध्यान देना जरूरी है. समुपदेशन के समय कर्मचारीयों ने पूर्ण समय के लिए मास्क/ रुमाल/ फेसशिल्ड इस्तेमाल करना अनिवार्य है. समुपदेशान के लिए आए कर्मियों की थर्मल स्क्रीनिंग करना बंधनकारक किया गया. कोरोना विषाणू संक्रमन  सामाजिक स्तर पर ना हो इसलिए कोविड 19 की मार्गदर्शक सूचना नुसार कार्यवाई करें ऐसी सूचना दी गई. लेकिन यंत्रणा को यहा की भीड पर काबु नही पाया गया. जिससे कोरोना विषाणू संक्रमन का खतरा निर्माण होने से अन्य कर्मियों में दहशत है.