- गटारों से बढी स्वास्थ्य की समस्या
यवतमाल. शहर के कई क्षेत्र में डेंग्यू के मरिज पाए जा रहे है. डेंग्यू उद्रेक जैसी स्थिती शहर में निर्माण हुई है. शहर के कई कालोनीयों में जगह जगह जलजमाव है, इस पानी में डेंग्यू के मच्छर निर्माण हो रहे है. स्थानीय प्राध्यापक कॉलनी में एक 19 वर्षीय युवक की मौत डेंग्यू से हुई थी. अभय भीमराव ठोंबरे ऐसा इस युवक का नाम है. उसकी तबीयत ठिक नही होने से नागपूर के नीजी अस्पताल में उसे दाखिल किया गया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हुई. शहर के अन्य क्षेत्र में भी डेंग्यू के मरिज बढ रहे है.
जगह जगह जलजमाव
डेंग्यू नियंत्रण के लिए जमा हुआ पनी बहता करना जरूरी है. अब बारिश का पानी और नालीयों का पानी जमा होने से कई जगह, खुले प्लॉट में जमा है. कुछ क्षेत्र में जीवन प्राधिकरण की पाईपलाईन के खुदाई का काम शुरू है. इस गड्डों में भी पानी जमा हुआ है. जिससे डेंग्यू का संक्रमन काफी बढा है.
इलाज लेने में कई दिक्कते
लक्षण पाए जाने पर मरिजों पर नीजी डाक्टर द्वारा इलाज नही हो रहा. जिससे डेंग्यू और अन्य किटकजन्य बिमारी के लक्षणवाले मरिजों को इलाज लेने में कई दिक्कते आ रही है. नीजी डाक्टरों को प्रतिबंध होने से डेंग्यू सदृश लक्षण होने पर भी ऐसे मरिजों पर इलाज नही हो रहा है.
स्वास्थ्य यंत्रणा है व्यस्त
सरकारी स्वास्थ्य यंत्रणा पूर्णत: कोरोना संक्रमन नियंत्रण काम में व्यस्त है. अब बारिश के दिन होने से किटकजन्य बिमारी का संक्रमन बढ रहा है. इसमें डेंग्यू से जानलेवा खतरा निर्माण हुआ है. इस पर नियंत्रण के लिए कोई ठोस कार्यक्रम स्वास्थ्य यंत्रणा शहर में चलाए ऐसी मांग हो रही है.